TOC NEWS // 09-नवम्बर-2017
छिन्दवाड़ा | कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जे.के.जैन की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय की सभाकक्ष में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2018 के दौरान विशेष अभियान के अंतर्गत बी.एल.ओ. द्वारा घर-घर भ्रमण किये जाने और बी.एल.ओ. रजिस्टर एप के संबंध में प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अतिरिक्त कलेक्टर श्री आलोक श्रीवास्तव, एस.डी.एम. सर्वश्री राजेश शाही, डी.एन.सिंह, सुश्री मेघा शर्मा और सुश्री सुनीता खंडायत, तहसीलदार, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ. अमर सिंह और डॉ. अशोक कुमार टांडेकर, विकासखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री जैन ने निर्देश दिये कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2018 के दौरान विशेष अभियान के अंतर्गत शुध्द मतदाता सूची के प्रकाशन के लिये बी.एल.ओ. घर-घर जाकर योग्य निर्वाचको का अधिकतम पंजीकरण करें तथा नामावली की त्रुटियों में सुधार, मृत और स्थाई रूप से स्थानांतरित निर्वाचकों के नाम हटाकर और अप्रवासी निर्वाचक/अपंजीकृत विदेश में निवासरत भारतीय नागरिकों की पहचान करके निर्वाचक नामावली की विश्वसनीयता बनाये। अभियान के दौरान प्रपत्रों का व्यवस्थित और गुणवत्तापूर्ण संधारण करें तथा मतदान केंद्रों के बारे में निर्धारित जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने निर्देश दिये कि स्मार्ट या एनड्राइड फोन द्वारा परिवार का विवरण, संपर्क विवरण, जी.आई.एस. आदि प्राप्त कर बेहतर निर्वाचक सेवाये प्रदान करें और स्वीप के अंतर्गत भावी मतदाताओं की पहचान कर मतदाता शिक्षा दें।
कार्यशाला में अतिरिक्त कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री श्रीवास्तव ने बताया कि भारत निर्वाचक आयोग द्वारा एक नया साफ्टवेयर तैयार किया गया है जो पूरे देश में एक जैसी कार्यप्रणाली के अनुसार कार्य करेगा। अभी जिले में म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा तैयार किये गये साफ्टवेयर में कार्य किया जा रहा है, किंतु अब भारत निर्वाचक आयोग द्वारा तैयार किये गये इस नये साफ्टवेयर में एकरूपता के साथ कार्य किया जायेगा। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देने के लिये यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिये कि इस प्रशिक्षण में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर मतदाता सूची को शुध्द और पारदर्शी बनाने का कार्य करें। जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ. अमर सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2018 के दौरान 15 से 30 नवंबर तक संचालित किये जाने वाले विशेष अभियान के अंतर्गत बी.एल.ओ. द्वारा घर-घर भ्रमण किये जाने के लिये बी.एल.ओ. रजिस्टर एप तैयार की गई है। इस विकसित मोबाइल ऐप का इस पूरे अभियान के दौरान बी.एल.ओ. अपने एंड्राईड स्मार्ट फोन द्वारा उपयोग कर सकेंगे। मोबाइल आधारित डेटा एकत्र करने का मुख्य लाभ यह रहेगा कि बी.एल.ओ. को ई.आर.ओ. कार्यालय आने की आवश्यकता कम हो जायेगी, समय और श्रम की बचत होगी। बी.एल.ओ. को इस कार्य के लिये प्रोत्साहित करने के लिये नेटवर्क की उपलब्धता और बी.एल.ओ. की डिजीटल गजट को उपयोग करने की कुशलता के आधार पर किसी एक विकल्प को लागू किया जा सकता है।
इसमें जो बी.एल.ओ. इस अभियान में डेटा एकत्रित करने के लिये अपने स्वयं के स्मार्ट फोन का उपयोग करेंगे, उन्हें अभियान के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद 500 रूपये का मानदेय दिया जायेगा अथवा ऐसे बी.एल.ओ. जो आवश्यक न्यूनतम अर्हता का स्मार्ट फोन खरीदना चाहते है उन्हें अगले तीन वर्षो तक निर्वाचन संबंधी कार्यो में इस स्मार्ट फोन का प्रयोग करने की शर्त पर 1500 रूपये प्रति वर्ष का अनुदान और 250 रूपये प्रति वर्ष डेटा चार्जेस के लिये दिये जायेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर द्वारा बताया गया कि इस एप के अंतर्गत बी.एल.ओ. घर-घर जाकर फार्म नं. 6 का पंजीकरण के योग्य नागरिकों और एक जनवरी 2018 को पंजीकरण के लिये अर्हता रखने वाले नागरिकों को वितरित करेंगे और उनसे भरे हुए फार्म वापस लेंगे। स्थाई रूप से स्थानांतरित निर्वाचकों की अद्यतन जानकारी एकत्रित करेंगे और मृत निर्वाचकों के लिये लागू फार्म नं. 7 बॉटने के बाद एकत्रित भी करेंगे। ऐसे निर्वाचकों को फार्म नं. 8 बांटने और एकत्रित करने का कार्य भी करेंगे जिनकी प्रारूप निर्वाचक नामावली में गलत प्रविष्टियॉ हो गई है।
बी.एल.ओ. ईपिक वितरण की जानकारी और ईपिक फार्म की जानकारी एकत्र करेंगे तथा सभी प्राप्त प्रपत्रों की मैदानी जांच करने के साथ ही एक जनवरी 2019 को अर्हता प्राप्त करने वाले नागरिकों की जानकारी भी एकत्रित करेंगे। परिवार के हिसाब से बनाये हुये पत्रक में मोबाइल नंबर और ई-मेल की प्रविष्टियॉ करेंगे तथा मकानों के अंक्षाश ओर देशान्तर को मोबाइल ऐप के द्वारा एकत्र करके एसएमएस गेटवे सर्वर पर एसएमएस भेजेंगे जिससे कि अंक्षाश और देशान्तर की सही गणना की जा सके। साथ ही मतदान केन्द्रों/वैकल्पिक भवनों के विवरण को एकत्रित कर मतदान केन्द्र/वोटरो को फीडबैक/डाकघर का विवरण दर्ज करने के साथ ही संबंधित परिवारों से प्रवासी भारतीयों की जानकारी को एकत्र करेंगे। उन्होंने बताया कि मोबाइल बूथ आधारित बूथ स्तरीय निर्वाचक नामावली प्रबंधन के अंतर्गत प्रदेश के 5 विधानसभा क्षेत्रों का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन कर म.प्र.चयनित विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक बी.एल.ओ. को आवश्यक अर्हता वाला स्मार्ट फोन दिया जायेगा। उन्होंने अभियान से संबंधित अन्य जानकारी भी विस्तार से प्रस्तुत की तथा जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
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