TOC NEWS // देवेंन्द्र चतुर्वेदी की कलम से
पहले जुलानिया जी ने सचिवों पर अत्याचार किया इसके बाद सरपंचों पर और फिर पंचायतों से मीडिया के विज्ञापनों पर रोक लगा कर पत्रकारों पर अब इन्होंने किसानों को अपना लक्ष्य बनाया है ।
अब भगवान ही मालिक है मध्य प्रदेश का, अगर ऐसा ही हाल रहा तो 2018 भाजपा के लिए मुश्किल राह होगी
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अभी हाल ही में प्रदेश के अपरमुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया कृषि उपज मंडी में भावांतर योजना की समीक्षा करने राजगढ़ पहुँचे जहां पर किसानों ने उन्हें अपनी समस्याएं बतायी उनकी समस्या का जवाब कुछ इस प्रकार श्रीमान ने दिया,भावांतर में इतना अंतर सरकार दे रही है ये भी कम पड़ रहे हो तो किसानी छोड़ मनरेगा में मजदूरी करो या सरपंच का चुनाव लड़कर सरपंच बनो, सरपंची में ज्यादा कमाई हो रही"
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वही पर जब एक किसान ने बताया की फसलो के भाव कम मिल रहे है और मंडी व्यापारी हमारे अनाज की गलत तोल करते हैं किसानो को काफी नुकसान हो रहा है तो जुलानिया ने उस किसान को जवाब दिया की अगर तुम थोड़ा पढ़ लिख लेते तो समझदारी आ जाती | वहां पर खड़े एक कृषक युवक ने कहा में एमए पास हु तो बोले तुमने सिर्फ मा बाप को खुश करने के लिए परीक्षा पास की हमने ये नही किया इसलिए हम यहां तक पहुचे ।
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उस किसान ने जैसे ही जुलानिया जी को जवाब देना चाहा तो सुरक्षा गार्डों ने उसको पकड़ लिया आखिर जुलानिया की दादागिरी कब तक चलेगी, क्या हो गया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को जुलानिया पर आखिर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे मेरी समझ के बाहर है।
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