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नई दिल्ली: पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात सरकार द्वारा सुरक्षा मुहैया कराए जाने की पेशकश को ठुकरा दिया है। पटेल ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इसे उनकी जासूसी कराने की एक चाल करार दिया है।
हार्दिक पटेल का कहना है कि भाजपा सरकार सुरक्षा की आड़ में उनके हर एक कदम की जासूसी कराना चाहती है। जबकि, राज्य सरकार का कहना है कि चुनाव अवधि में सुरक्षा कारणों के मद्देनजर हार्दिक को सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता ने पुलिस नियंत्रण कक्ष और पुलिस अधीक्षक से कहा है कि उन्हें बिना मांगे दी जाने वाली पुलिस सुरक्षा की जरूरत नहीं है।
पटेल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पुलिस कर्मियों की आड़ में जासूसी की योजना बना रही है। हार्दिक ने कहा कि उन्होंने पुलिस सुरक्षा की मांग नहीं की है।
युवा नेता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा कि उन्हें अपने वाहन में पुलिस के लिए जगह बनाने के साथ-साथ खाना भी देना होगा। पटेल ने कहा कि वह पुलिस सुरक्षा के लिए तैयार हैं, बशर्ते पुलिस सुरक्षा कर्मियों को अलग वाहन के साथ उनके भोजन की व्यवस्था पुलिस खुद ही करे।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'वे क्यों मेरे साथ मेरी कार में एक कर्मी को जगह देना चाह रहे हैं? क्या वह मेरे बारे में जानकारी रखना चाहते हैं कि मैं क्या कर रहा हूं या किससे बात कर रहा हूं? वे अपनी सुरक्षा को दूसरे वाहन में भी रख सकते हैं जो मेरे वाहन के साथ चल सकती है।'
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राज्य पुलिस ने पटेल को जान के खतरा का हवाला देते हुए सुरक्षा प्रदान की थी। इसके जवाब में पाटीदार नेता ने सुरक्षा को अस्वीकार कर दिया और इस बात को पुलिस में औपचारिक रूप से लिखित में दिया।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, 'मेरी सुरक्षा मेरा समुदाय और गुजरात के लोग हैं। मुझे किसी अन्य सुरक्षा की जरूरत नहीं है।'
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