TOC NEWS // जबलपुर | 31-अक्तूबर-2017
महाधिवक्ता पुरूशेन्द्र कौरव ने आज मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर महाधिवक्ता कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में विधि अधिकारियों के लिए तैयार की गई मार्गदर्शिका “आफिस मेमोरेण्डम का विमोचन किया। मार्गदर्शिका मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर एक नवंबर से प्रभावी हो जायेगी।
महाधिवक्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधि अधिकारियों से कहा कि वे मार्गदर्शिका का गहन अध्ययन करें और उसे अपने कार्य व्यवहार में अपनायें। श्री कौरव ने इस अवसर पर विधि अधिकारियों के पिछले तीन माह के परफार्मेंस को बेहतर बताते हुए कहा कि इसे न केवल बनाये रखना होगा बल्कि इसमें और भी सुधार के प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि हर विधि अधिकारी का यह दायित्व है कि वे अपने संस्थान को केन्द्र में रखकर इसके लिए और बेहतर क्या किया जा सकता है इस बारे में विचार करे और उसे कार्यरूप में परिणित भी करें। श्री कौरव ने कहा कि नि:संदेह विधि अधिकारियों की नई टीम ने शासन से संबंधित प्रकरणों की पेंडेंसी कम करने की दिशा में अच्छा कार्य किया है। उनका यह कार्य दिखाई भी दे इसके लिए भी उन्हें प्रयास करने होंगे।
महाधिवक्ता ने इस अवसर पर विधि अधिकारियों से कहा कि वे शासन से संबंधित प्रत्येक प्रकरण का गहराई से अध्ययन करें तथा न्यायालय के समक्ष मजबूती से शासन का पक्ष रखें। श्री कौरव ने शासन से संबंधित महत्वपूर्ण और संवेदनशील प्रकरणों को अपने से वरिष्ठ विधि अधिकारियों के संज्ञान में लाने एवं उनसे विचार-विमर्श करने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि विधि अधिकारियों को महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामलों में न्यायालय के आदेशों एवं निर्देशों की जानकारी भी तत्काल उप महाधिवक्ता या अतिरिक्त महाधिवक्ता को देनी होगी, ताकि प्रकरण पर आगे क्या कार्यवाही की जानी है इस बारे में समय रहते निर्णय लिया जा सके।
महाधिवक्ता ने अपने संबोधन में 9 दिसंबर को आयोजित लोक अदालत का उल्लेख करते हुए विधि अधिकारियों से कहा कि वे ऐसे प्रकरणों को अभी से चिन्हित करने का कार्य प्रारंभ कर दें जिनका निराकरण लोक अदालत के माध्यम से कराया जा सकता है। श्री कौरव ने इस मौके पर विधि अधिकारियों को ऐसे महत्वपूर्ण प्रकरणों को भी आपस में साझा करने की सलाह दी जिनमें उनके प्रयासों से शासन के पक्ष में फैसला हुआ है।
कार्यक्रम को अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री आर.के. वर्मा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विधि अधिकारियों को महाधिवक्ता कार्यालय द्वारा तैयार मार्गदर्शिका के हर प्रावधान का कड़ाई से पालन करना होगा। उन्होंने मार्गदर्शिका को एक अच्छी पहल बताते हुए कहा कि इससे विधि अधिकारियों की कार्य कुशलता बढ़ेगी और वे अपने दायित्वों एवं जिम्मेदारियों का ज्यादा बेहतर तरीके से निर्वाह कर सकेंगे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री समदर्शी तिवारी ने आफिस मेमोरेण्डम को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए महाधिवक्ता श्री पुरूषेन्द्र कौरव को बधाई दी। उन्होंने इसे विधि अधिकारियों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। श्री तिवारी ने कहा कि मार्गदर्शिका में विधि अधिकारियों के लिए जरूरी निर्देशों को संकलित किया गया है। कार्यक्रम में अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री संजय द्विवेदी, श्री दीपक अवस्थी एवं श्री पुष्पेन्द्र यादव भी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment