शासन और प्रशासन न तो कर्ज वसूल सका और न ही धांधली में लिप्त लोगों के खिलाफ किसी किस्म की कोई कार्यवाही.........?
पंकज पाराशर
छतरपुर/ प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम मंत्रियों, उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन से कई लोगों ने अनगिनत बार जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक में व्यापक पैमाने पर फल-फूल रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की सप्रमाण शिकायतें की लेकिन कोई भी घोटालेबाजों के खिलाफ कार्यवाही करने की जुर्रत नहीं कर सका।
सत्तारूढ़ दल के पूर्व विधायक तथा जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे जुझार सिंह ने अपने कार्यकाल में अपने परिजनों एवं बैंक के पदाधिकारियों के परिजनों के नाम पर 12 करोड़ 55 लाख 66 हजार 460 रूपये का ऋण वर्ष 1996 से 2012 केे मध्य वितरित किया लेकिन बैंक प्रबंधन इतनी बड़ी धनराशि के कर्ज की महज एक प्रतिशत वसूली कर सका। 99 प्रतिशत ऋण की वसूली करने में बैंक प्रबंधन नाकाम साबित हुआ।
न्यायालय वसूली अधिकारी एवं अतिरिक्त तहसीलदार सहकारी संस्थाएं जिला छतरपुर ने पत्र क्रमांक/वसूली /2014/40,दिनांक 02.02.2014 को उपायुक्त सहकारी संस्था को पत्र लिखकर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. छतरपुर द्वारा वितरित संदिग्ध एवं वसूल न होने वाले डूबंत हो रहे ऋण राशि 12 करोड़ 55 लाख 66 हजार 460 रूपये के ऋण प्रकरणों की जांच एवं कार्रवाही के लिए शासकीय पत्र लिखा था।
पत्र के मुबाबिक 13 शाखााओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30.06.2013 की स्थिति में 12 करोड़ 55 लाख 66 हजार 460 रूपये ऋणवासी सदस्यों से वसूल होने का उल्लेख किया गया था। पत्र के मुबाबिक 1 करोड़ से अधिक की राशि बैंक अध्यक्ष जुझार सिंह बुंदेला के परिजनों एवं बैंक पदाधिकारियेां के परिजनों के पास से वसूली हेतु लंबित थी।
WhatsApp Mb.9009122800
No comments:
Post a Comment