सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है। राज्यसभा के सभापति की ओर से महाभियोग प्रस्ताव खारिज करने के बाद कांग्रेस अब सुप्रीम कोर्ट जाएगी। कांग्रेस ने एलान कर दिया है कि मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाया गया तो इससे दीपक मिश्रा को दूर रहना चाहिए। कोर्ट में संवैधानिक तरीके से ही फैसला होगा।
कानूनी राय लिये बिना कैसे लिया फैसला
कांग्रेस के बड़े नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के अगले कदम का खुलासा कर दिया। उनका कहना है कि वेंकैया नायडू ने कांग्रेस और अऩ्य दलों की ओर से लाये गये महाभियोग प्रस्ताव को खारिज कर असंवैधानिक काम किया है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के सभापति ने बिना किसी कानूनी विशेषज्ञ से सलाह लिये ही प्रस्ताव को खारिज कर दिया। यह फैसला गैरकानूनी है।जांच समिति को करना चाहिये था फैसला
कपिल सिब्बल का दो टूक कहना था कि प्रस्ताव सही है या नही, इसका फैसला वेंकैया नायडू को नहीं बल्कि जांच समिति को करना चाहिए था। कपिल सिब्बल बोले कि आरोपों का साबित होना या न होना जांच समिति के फैसले पर निर्भर करता था। लेकिन राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने असंवैधानिक कदम उठाकर प्रस्ताव ही खारिज कर डाला।जांच को दबाना चाहती है सरकार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का दावा है कि केन्द्र सरकार चाहती ही नहीं कि महाभियोग चलाया जाये। कपिल सिब्बल बोले कि सरकार सीजेआई के खिलाफ जांच को ही दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का ये रुख पूरे न्यायतंत्र को नुकसान पहुंचाने वाला है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि नायडू के इस निर्णय़ से लोगों का भरोसा ही टूट गया है...अगर आपको यह न्यूज पसंद आई तो इसे शेयर कर सकते हैं। ऐसी ही और न्यूज को पढ़ने के लिए आप मुझे फॉलो भी कर सकते हैं। धन्यवाद।।
No comments:
Post a Comment