सुकमा। दोरनापाल में मंगलवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां नक्सल विरोधी ऑपरेशन के दौरान जनताना कमांडर समेत 9 लोगों गिरफ्तार किया गया है। ये कार्रवाई सीआरपीएफ के 217वीं बटालियन और डीआरजी की टीम ने की है।
- महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर रविवार को गढ़चिरौली में हुए मुठभेड़ में भारी संख्या में नक्सलियों को नुकसान पहुंचने के बाद मंगलवार को दोरनापाल में फिर बड़ी कामयाबी मिली है।
- यहां जनताना कमांडर समेत 9 माओवादियों को सीआरपीएफ और डीआरजी की टीम ने पकड़ा है।
गढ़चिरौली में फिर मिले नक्सलियों के शव
- पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में मंगलवार सुबह 11 नक्सलियों के शव इंद्रावती नदी में बहते मिले हैं। इसी के साथ पिछले दो दिनों में नक्सलियों के मारे जाने का आंकड़ा 37 तक पहुंच चुका है। गौरतलब है कि सोमवार शाम को ही सुरक्षाबलों ने अहेरी तहसील के जिमलगट्टा-रामाराम खांदला जंगल में हुई मुठभेड़ में 6 नक्सलियों को मार गिराया था।
- जिला पुलिस की गढ़चिरौली से नक्सल आंदोलन को जड़ से उखाड़ फेंकने की कार्रवाई के तहत रविवार को मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए थे।
16-16 लाख के दो इनामी डिविजनल कमांडर को मार गिराया था
- रविवार सुबह भामरागढ़ तहसील में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगे कसनापुर-बोरिया जंगल क्षेत्र में इंद्रावती नदी तट पर विशेष अभियान दल (सी-60) के कमांडो और सीआरपीएफ की 9वीं बटालियन के जवानों ने मिलकर मुठभेड़ में 16 नक्सलियों को मार गिराया था।
- इनमें दो डिविजनल कमांडर- साईनाथ और श्रीनू भी शामिल थे। दोनों पर राज्य सरकार ने 16-16 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। साईनाथ के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 75 तो वहीं श्रीनू के खिलाफ 82 मामले दर्ज किए गए थे।
- सोमवार को 16 में से 11 नक्सलियों के शवों की शिनाख्त हो पाई। अन्य नक्सलियों के शवों की शिनाख्त का काम भी जारी है।
समर्पण के अलावा नक्सलियों के पास कोई चारा नहीं: डीजीपी
- महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सतीश माथुर ने मुंबई में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नक्सलियों के पास अब आत्मसमर्पण के अलावा कोई चारा नहीं है। नक्सलियों में फूट के चलते हमें पुख्ता सूचनाएं मिल रही हैं। इसलिए भामरागढ़ जैसी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सका।
- माथुर ने कहा कि नक्सलियों के बारे में सूचना देने वाले को इनाम के तौर पर मोटी रकम दी जाती है, इसलिए भी हमारे पास सटीक सूचनाएं आ रही हैं। उन्होंने बताया कि 126 पुलिसवालों को नक्सल विरोधी अभियान में काम करने के लिए पदोन्नति दी गई है।
ओडिशा में आईईडी ब्लास्ट, 3 ग्रामीणों की मौत
- छत्तीसगढ़ के जगदलपुर की सीमा से लगे ओडिशा के इलाके में मंगलवार को आईईडी ब्लास्ट होने से 3 ग्रामीणों की मौत हो गई है।
- ये ग्रामीण ट्रैक्टर से कहीं जा रहे थे। वे नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी के चपेट में आ गए।
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