बदलती लाइफ स्टाइल ने लोगों को पहनावे के साथ-साथ खाने पीने के तौर-तरीके भी बदल दिए हैं. ऐसे में अगर ध्यान ना रखा जाए तो आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती है. जिनमें पानी पीने का तरीका तक शामिल है. पानी सेहत के लिए सबसे जरूरी चीज है. जो शरीर के लिए अत्यंत लाभदायक भी है. लेकिन अगर सही तरीके से पानी ना पिया जाय तो यह कई बीमारियों का कारण बन जाता है.
अक्सर देखा जाता है कि लोग खड़े होकर पानी पीते हैं, लेकिन खड़े होकर पानी पीने से शरीर को बहुत नुकसान होता है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि खड़े होकर पानी पीने से हमारे शरीर को क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
आयुर्वेद के मुताबिक खड़े होकर पानी पीना सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह होता है. खड़े होकर पानी पीने के दौरान शारीरिक तंत्र तना हुआ होता है. ऐसी हालत में तेजी से पानी पीते हैं जो कि हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है.
जब भी पानी पिए बैठकर ही पीना चाहिए. साथ ही घूट-घूट कर पीना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है. तेज के साथ पानी पीने से आर्थराइटिस और जोड़ों का दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि आपको इन परेशानियों का सामना ना करना पड़े तो आज से ही खड़े होकर पानी पीना छोड़ दें.
बता दें कि इंसान के शरीर का दो तिहाई भाग पानी से बना है. पानी की भरपूर मात्रा शरीर को सुचारु रूप से चलाने के लिए जरूरी है. लेकिन अगर पानी खड़े होकर पिएंगे तो आयुर्वेद के मुताबिक यह आपके गुर्दे में नहीं छनता है. नहीं छनने की वजह से मूत्र और पेट संबंधी कई रोग हो जाते हैं.
वहीं अगर आपका पेट लगातार खराब रहेगा तो इससे आंतों को भी नुकसान होता है क्योंकि कब्ज की स्थिति में भोजन पेट में पचता नहीं बल्कि सड़ने लगता है. आंतों के खराब होने की वजह से किडनी पर भी असर पड़ता है. इसलिए खड़े होकर और तेजी से पानी पीने से बचें. बैठकर आराम से घूट-घूटकर पानी पीना चाहिए.
याद रहे सेहत सही है तो सबकुछ ठीक है. इसलिए आधुनिक लाइफ स्टाइल के दौरान खाने पीने के मामले में संतुलन जरूर बना के रखे. वरना खाने पीने का गलत तरीका आपकी सेहत को खराब कर देगा.
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