जबलपुर. महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित संभागीय बालभवन की उत्तरोत्तर बढ़तीगतिविधियों एवं टीम बालभवन के प्रयासों से बालभवन के प्रतिभाशाली बच्चों की संख्या अब प्रादेशिकएवं राष्ट्रीय पर क्रमश: बढ़ रही है।
प्रतिभाशाली बच्चों में देश भर के 700 बच्चों में बालभवन के 8 बच्चोंएवं बालभवन से सम्बद्ध जबलपुर संभाग मंडला, नरसिंहपुर सिवनी एवं शहडोल संभाग के अनूपपुर एवंसिंगरौली जिलों के 7 बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीष शर्मा ने यहबात प्रोत्साहन समारोह में कही। अध्यक्षीय उदबोधन में सुशील शुक्ला (अध्यक्ष बाल भवन सलाहकार एवं सहयोगी समिति ) नेकहा कि- बालभवन जिस प्रकार से सृजनशीलता को प्रोत्साहित कर रहा है उससे बिनोवा जी द्वारा जबलपुर को दिए नामकरण संस्कारधानी की सार्थकता प्रमाणित हो रही है।
बच्चों में सृजन की प्रवृत्ति कापोषण बिरले लोग एवं संस्थान करते हैं. बालभवन अब मिशन मोड में कार्य कर रहा है तभी तो राष्ट्रीयस्तर पर बच्चों ने महाकौशल का नाम रोशन किया है। विशिष्ट अतिथियों क्रमश: श्रीमती श्रद्धा शर्मा, पुनीत मारवाह सहायक संचालक, एस.ए. सिद्दीकीमुख्य निर्देशक आंगनवाड़ी ट्रेनिंग सेंटर, गीतकार इरफान झांस्वी, नाट्य निर्देशक संजय गर्ग, वरिष्ठ कलासाधक अरूणकांत पाण्डेय आदि ने गुरुजनों को श्रेय देते हुए बच्चों एवं उनके अभिभावकों को बधाई दी।कार्यक्रम का कुशल संचालन बाल विदुषी कु. उन्नति तिवारी ने किया जबकि कार्यक्रम की उपादेयता परबाल वक्ता अरिंदम उपाध्याय ने प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय बालश्री एवार्ड हेतु 21 से 24 अप्रैल तक नई दिल्ली में आयोजित अंतिम चयन शिविर मेंजबलपुर से 8, अनूपपुर से 1, मंडला 2, नरसिंहपुर 1, सिंगरौली 1, सिवनी 2, कुल 15 बच्चे शामिल हुएथे। प्रोत्साहन निधि पाने वाले बच्चों में जबलपुर से कुमारी वैशाली बरसैंया (साहित्य संवाद), अंकित बेन(संगीत तबला), देवांशी जैन (साहित्य कहानी) , बीनस खान (साहित्य आलेख), शिखा पटेल (कलाहस्तकला ), साक्षी साहू (संगीत गायन), अंकुर विश्वकर्मा (कला मूर्तिकला), राजश्री चौधुरी(विज्ञानमॉडल), मंडला से क्रमश: कु. अजिता रूपेश (साहित्य संवाद ), कु. सिमरन श्रीवास्तव(साहित्यकविता), सिवनी से क्रमश: प्रतीक सनोडिया (साइंस मॉडल), ओसीना शर्मा (विज्ञानपरियोजनाकार्य), अनूपपुर से राहुल कोल (संगीत गायन), नरसिंहपुर से कु. सपना पटेल (साहित्य गद्य) सिंगरौली से मेराज अहमद ( विज्ञान मॉडल मेकिंग ) आदि शामिल हैं जिन्हें रूपए 75 हज़ार की राशि कीप्रोत्साहन राशि, मैडल्स, प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती पूजन एवं अतिथि सत्कार से हुआ। इस अवसर पर बालकलासाधकों द्वारा गीतकार इरफान झांस्वी रचित गीत “हम बच्चे हिन्दुस्तान के हैं....!। की प्रस्तुति की गई।कार्यक्रम में संगीत गुरु डा. शिप्रा सुल्लेरे श्रीमती रेणु पांडे, सोमनाथ सोनी, देवेन्द्र यादव , नृत्य गुरु इंद्रपाण्डेय की विशेष भूमिका रही।
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