टोरंटो। जी-7 देशों ने रूस के रवैये पर आपत्ति दर्ज कराते हुए उसके खिलाफ एकजुट होने के साथ ही बातचीत के लिए दरवाजा खुला रखने पर सहमति व्यक्त की है। अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि विदेश मंत्रियों की बैठक में रूस, ईरान और उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चर्चा की गयी तथा वेनेजुएला और म्यांमार में राजनीतिक समस्याओं पर भी बातचीत हुई है।
अमेरिका के विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर यहां पहले दिन की बैठक के समाप्त होने पर बताया "रूस के व्यवहार पर जी-7 समूह ने एकमत से इसका विरोध किया है।" वरिष्ठ अधिकारी ने कहा "रूस के साथ वार्ता के लिए जी-7 समूह के सदस्यों के दरवाजे खुले हैं जबकि हम रूस को उसकी गतिविधियों और राष्ट्रों को अस्थिर करने के उसके प्रयासों के लिए उसे जिम्मेदार ठहराते हैं। हम उन्हें कह रहे हैं, यदि तुम अपने आप को शक्तिशाली राष्ट्र मानते हो तो हमारे साथ मिलकर काम करो।"
जर्मनी के विदेश मंत्री हैयको मास ने सीरिया संकट का हल निकालने में रूस से मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा "हम जानते हैं कि सीरिया संकट का समाधान रूस के बिना नहीं हो सकता है।"
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