भोपाल. शादी के बाद मात्र 15 दिन ससुराल में रही एक दुल्हन दो लाख रुपए और जेवर लेकर लापता हो गई। दूल्हे को धोखाधड़ी का पता उस समय चला जब दुल्हन और उसके परिजन अपने मोबाइल फोन बंद कर गायब हो गए।
काफी प्रयास करने के बाद भी जब उनसे संपर्क नहीं हुआ तो दूल्हे के पिता ने डीआईजी से इसकी शिकायत की। जांच के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द ही एक टीम महाराष्ट्र भेजी जाएगी।
हबीबगंज पुलिस के मुताबिक जनता कॉलोनी हबीबगंज निवासी भागवत बराडे (64) राजधानी परियोजना प्रशासन के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। उन्हें अपने बेटे अमित की शादी करनी थी। उनकी मुलाकात ग्राम सिंदखेड़ा रावेर, जलगांव (महाराष्ट्र) निवासी भूरा उर्फ दिलीप तायडे और अशोक तायड़े से हुई थी। भूरा ने बराडे परिवार को दो लड़कियां दिखाई जो उन्हें पसंद नहीं आई।
इसके बाद भूरा उन्हें रावेर निवासी अजय जावरे के घर ले गया। अजय ने रंजना नाम की लड़की से मिलवाया। अजय ने बताया कि रंजना उसकी सगी मौसी की बेटी है। लड़की पसंद आने के बाद अमित के परिजन लड़की के मां-बाप से मिले और रिश्ता पक्का कर दिया। इसके बाद भोपाल में 12 फरवरी 2018 को अमित और रंजना की शादी हुई। इस शादी का सारा खर्च भी वर पक्ष ने उठाया था।
भागवत ने पुलिस को बताया कि शादी के पंद्रह दिन बाद 27 फरवरी को दुल्हन रंजना की मां कोकिला और भाई अजय बेटी और दामाद अमित को ले जाने के लिए भोपाल आए थे। उन्होंने बताया कि उनके मकान का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके लिए दो लाख रुपयों की सख्त आवश्यकता है।
इस पर भागवत ने उन्हें दो लाख रुपए दे दिए। रुपए लेने के बाद परिजन दुल्हन को साथ लेकर यह कहते हुए वापस लौट गए कि दो-तीन दिनों के बाद लड़की को सुसराल भेज देंगे। तीन-चार दिन बीतने के बाद जब भागवत और उनके परिवार वालों ने दुल्हन तथा उसके घर वालों से संपर्क किया तो सारे मोबाइल फोन बंद मिले।
ठगी के बाद भागवत ने इस संबंध में डीआईजी भोपाल से शिकायत की थी। डीआईजी के निर्देश पर हबीबगंज सीएसपी ने मामले की जांच की और पीड़ित परिवार के बयान लिए तो शिकायत सही निकली। इसके बाद हबीबगंज पुलिस ने सभी छह आरोपियों भूरा तायड़े उर्फ दिलीप, अशोक तायड़े, अजय जावरे, कोकिला, विनोद तायड़े, एवं दुल्हन रंजना के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
No comments:
Post a Comment