लखनऊ।। बांदा रेप कांड में देर से जागी मायावती सरकार ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर द है। मुख्यमंत्री मायावती ने लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों और बांदा के जेलर को निलंबित कर दिया है। इस बीच इस मामले की जांच कर रही सीबीसीआईडी ने बांदा की अदालत में चार्जशीट दायर कर दी।
लखनऊ।। बांदा रेप कांड में देर से जागी मायावती सरकार ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर द है। मुख्यमंत्री मायावती ने लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों और बांदा के जेलर को निलंबित कर दिया है। इस बीच इस मामले की जांच कर रही सीबीसीआईडी ने बांदा की अदालत में चार्जशीट दायर कर दी।
मायावती ने बताया कि बांदा बलात्कार केस में सीबीसीआईडी ने गुरुवार को को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। साथ ही उसने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी राधेश्याम शुक्ला के अलावा संबंधित थाने के कार्यवाहक प्रभारी अब्दुल जब्बार, अतर्रा के सीओ राजेंद्र यादव और एएसपी लालाराम को सीबीसीआईडी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने के आरोप मों निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पीडि़त लड़की ने गत 20 दिसंबर को जेल के डॉक्टर को आप बीती सुनाई थी, लेकिन जेलर ज्ञान प्रकाश ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी की बाता को गंभीरता से नहीं लिया। लिहाजा, जेलर को भी शिथिलता बरतनेय के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मायावती ने बताया कि राज्य सरकार ने अदालत से इस प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने का आग्रह किया है।
मायावती ने बताया कि बांदा बलात्कार केस में सीबीसीआईडी ने गुरुवार को को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। साथ ही उसने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी राधेश्याम शुक्ला के अलावा संबंधित थाने के कार्यवाहक प्रभारी अब्दुल जब्बार, अतर्रा के सीओ राजेंद्र यादव और एएसपी लालाराम को सीबीसीआईडी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने के आरोप मों निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पीडि़त लड़की ने गत 20 दिसंबर को जेल के डॉक्टर को आप बीती सुनाई थी, लेकिन जेलर ज्ञान प्रकाश ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी की बाता को गंभीरता से नहीं लिया। लिहाजा, जेलर को भी शिथिलता बरतनेय के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मायावती ने बताया कि राज्य सरकार ने अदालत से इस प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने का आग्रह किया है।
लखनऊ।। बांदा रेप कांड में देर से जागी मायावती सरकार ने डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू कर द है। मुख्यमंत्री मायावती ने लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों और बांदा के जेलर को निलंबित कर दिया है। इस बीच इस मामले की जांच कर रही सीबीसीआईडी ने बांदा की अदालत में चार्जशीट दायर कर दी।
मायावती ने बताया कि बांदा बलात्कार केस में सीबीसीआईडी ने गुरुवार को को अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। साथ ही उसने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी राधेश्याम शुक्ला के अलावा संबंधित थाने के कार्यवाहक प्रभारी अब्दुल जब्बार, अतर्रा के सीओ राजेंद्र यादव और एएसपी लालाराम को सीबीसीआईडी की रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही बरतने के आरोप मों निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पीडि़त लड़की ने गत 20 दिसंबर को जेल के डॉक्टर को आप बीती सुनाई थी, लेकिन जेलर ज्ञान प्रकाश ने अपने अधीनस्थ कर्मचारी की बाता को गंभीरता से नहीं लिया। लिहाजा, जेलर को भी शिथिलता बरतनेय के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मायावती ने बताया कि राज्य सरकार ने अदालत से इस प्रकरण की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट से कराने का आग्रह किया है।
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