ब्यूरो प्रमुख // मनीष साहू ‘बन्टी’ (नरसिंहपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
ब्यूरो प्रमुख से संपर्क:- 9424995001
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नरसिंहपुर. फर्जी बहीं तैयार करवाकर एक ही खसरा नं. पर कई बैंकों से ऋण उठाने और उसका दुरूपयोग करने के एक मामले की शिकायत कलेक्टर नरसिंहपुर के पास की गई है जिसके अनुसार ग्राम सलैया थाना तहसील गाडरवारा जिला नरसिंहपुर के एक व्यक्ति द्वारा फर्जी बहीं खाता तैयार कर अपना फोटों लगाकर स्टैट बैंक शाखा खुजरी से 80,000 रू. ऋण लिया था किंतु वसूली के दौरान यह खुलासा हुआ कि जिसकी फोटो लगाकर ऋण लिया है उसने फर्जीवाड़ा किया है। किंतु बैंक ने अपनी राशि लौटाने की बात को लेकर मामला निपटा लिया था।
उसके बाद उसी व्यक्ति ने यही खसरा व रकबा पर अपनी पत्नी के नाम से अलग-अलग बहीं तैयार करवाई और सेवा सहकारी समिति मर्यादित, कौडिया से 68,000रूपये की नगदी एवं खाद हेतु ऋण प्राप्त कर लिया था। इसी के द्वारा इलाहाबाद बैंक कौडिया, यूनियन बैंक करेली और अन्य बैंकों से भी विगत 2-3 वर्षों में ऋण प्राप्त कर लिया है। उक्त व्यक्ति द्वारा ऋण लेने हेतु जो विधि अपनाई जाती है उसमें बंैक के दलाल भी शामिल रहते है। जिनके पास फर्जी सील/ मुहर आदि रहती है जिसके द्वारा वे नोडयूज प्रमाण पत्र बनाकर बैंक में प्रस्तुत कर देते हैं। वहीं राजस्व विभाग के कर्मचारी भी चंद रूपयों मे बही तैयार करके इस सारे मामले को अंजाम देतेे है।
वही इस मामले मे सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर उक्त गांव की भूमि की संशोधन पंजी. से जांच कराई जावे। सारा मामला स्पष्ट सामने आ जायेगा और ऐसी जालसाजी पर रोक भी लगाई जा सकेगी और कलेक्टर नरसिंहपुर से शिकायत में जांच होने पर सारे नेटवर्क का भी भंडाफोड़ हो सकेगा।
इनका कहना है -
कलेक्टर से मेरे पास जांच आई है पर मामले को देखकर ही कुछ बता पाऊंगा। यदि ऐसा है तो कार्यवाही जरूर करूंगा। अनिल जैन,तहसीलदार, गाडरवारा
उसके बाद उसी व्यक्ति ने यही खसरा व रकबा पर अपनी पत्नी के नाम से अलग-अलग बहीं तैयार करवाई और सेवा सहकारी समिति मर्यादित, कौडिया से 68,000रूपये की नगदी एवं खाद हेतु ऋण प्राप्त कर लिया था। इसी के द्वारा इलाहाबाद बैंक कौडिया, यूनियन बैंक करेली और अन्य बैंकों से भी विगत 2-3 वर्षों में ऋण प्राप्त कर लिया है। उक्त व्यक्ति द्वारा ऋण लेने हेतु जो विधि अपनाई जाती है उसमें बंैक के दलाल भी शामिल रहते है। जिनके पास फर्जी सील/ मुहर आदि रहती है जिसके द्वारा वे नोडयूज प्रमाण पत्र बनाकर बैंक में प्रस्तुत कर देते हैं। वहीं राजस्व विभाग के कर्मचारी भी चंद रूपयों मे बही तैयार करके इस सारे मामले को अंजाम देतेे है।
वही इस मामले मे सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर उक्त गांव की भूमि की संशोधन पंजी. से जांच कराई जावे। सारा मामला स्पष्ट सामने आ जायेगा और ऐसी जालसाजी पर रोक भी लगाई जा सकेगी और कलेक्टर नरसिंहपुर से शिकायत में जांच होने पर सारे नेटवर्क का भी भंडाफोड़ हो सकेगा।
इनका कहना है -
कलेक्टर से मेरे पास जांच आई है पर मामले को देखकर ही कुछ बता पाऊंगा। यदि ऐसा है तो कार्यवाही जरूर करूंगा। अनिल जैन,तहसीलदार, गाडरवारा
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