राधावल्लभ शारदा है सत्ता का दलाल: आदित्य नारायण उपाध्याय
इस खबर को पढक़र समझा जा सकता है कि पत्रकारों की पंचायत बुलाए जाने का विरोध किस तरह पत्रकारों के ही एक संगठन से करवाया गया. ये आसानी से समझा जा सकता है कि पत्रकारों की पंचायत से किसे अपनी पोल खुलने का भय सता रहा है।
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