सिटी चीफ// जगदीशप्रसाद राव (गाडरवारा // टाइम्स ऑफ क्राइम)
सिटी चीफ से संपर्क:- 9806420411
तहसील गाडऱवारा में सरकारी अस्पताल की स्थापना लगभग 1975 में किया गया जो कि जिला अस्पताल के बाद तहसील की सबसे बडी अस्पताल है। इस अस्पताल के प्रांरभ में 30 बिस्तर,पलंग अस्पताल में क्षैत्रीय मरीजों को ध्यान में रखकर बनवाया गया था। 1980 में पूर्व स्वास्थ मंत्री रेवाराम चौरे ने 60 बिस्तर, पलंग देने का वादा दिगविजय सिंह के शासन काल में दिया था। सन् 2009 के चुनाव के समय शिवराज चौहान ने पूर्व स्वास्थ मंत्री का अनुशरण करते हुए 100 बिस्तर ,पलंग की घोषणा इसी विधान सभा क्षेत्र में की थी। मुख्यमंत्री व स्वास्थ मंत्री ने अस्पताल उन्नयन की घोषणा की थी , प्राप्त जानकारी के अनुसार आज भी अस्पताल में लगभग 30 बिस्तर,पलंग ही है। लगभग 300 गांव के लोग इलाज कराने आते है,मगर डॉ. की मजबूरी है कि अस्पताल में जो सुविधा देनी चाहिए वो मरीजों को दे नहीं पाते इस कारण पीडितों को मरीजों को रिफर कर देते है जहां ज्यादा सुविधाये उपलब्ध हो सके। जिस गति से शहर का विकास हुआ है उस गति से शहर को जो सुविधाये मिलना चाहिए वो सुविधाये अभी तक नहीं मिली है। नगर के विस्तार के साथ मरीजों की संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। नगर अस्पताल में पलंगो की संख्या सीमित की सीमित है,कब तक ये वादों की राजनीति चलती रहेगी क्या इसे कभीं पूरा किया जायेगा या नहीं या फिर आश्वासन से ही काम चलाना पड़ेगा नगर वासियों को।
No comments:
Post a Comment