इंदौर के ग्रांड ओमनी रेसिडेंसी गार्डन, जिसे शायद कान्हा गार्डन भी कहते है.. रेडिसन होटल के पास..बीयर, दारु औऱ सिगरेट सहित अन्य नशे में सराबोर यह नोजवान मस्त है, कीचड में नाहना मानो एक फैशन ही बन गया.. इस रंगिन पार्टी में शायद ही ऐसा कोई था जिसने नशे का इस्तेमाल ना किया हो... तस्वीरे खुद ब खुद बयान कर रही है, इनकी मौज मस्ती की दास्तान... तन से कपड़ा भले ही छुट गया, लेकिन हाथो से बियर का गिलास नहीं छुटा... इनकी इस करतूत को जब कैमरे में कैद किया गया तो यह मौजूद कुछ सुखदार नशे में अपना आपा खौ बैठे और खुद की पहचान बताते हुए मीड़िया से मारपीट करने पर आमादा हो गए। पुलिस को भी मामले की सुचना दी गई, शायद खाकी धारियो ने भी इसे औपचारिकता में उड़ा दिया।
क्या यही है हमारी संस्कृति... ऐसी संवेधनशील जगहो पर नशे में हो रही यह मस्ती क्या किसी बड़ी घटना को अंजाम नही दे सकती.. क्या यही मौज और मस्ती के सही तरीके है.. यह वह सवाल है जो समाज और प्रशासन के सामने खड़े है.. क्योकि गैग रैप और रैप की घटनो ने पूरे देश और प्रदेश को हिला कर रख दिया है, दूसरी और ऐसी पार्टीयो में नशा करने के बाद क्या यह मुमकिन नही कि ऐसी कोई बड़ी अनहोनी को यहां भी अंजाम दिया जा सके... लेकिन शायद हमरे प्रशासन को साप निकलने के बाद ही लाठी पीटने की आदत पड़ चुकी है।
No comments:
Post a Comment