चेन्नई की 3 ऑटोमोबाइल इंजीनियरों ने जीपीएस मॉड्यूल लगा एक ऐसा अंतर्वस्त्र तैयार किया है, जिनके बारे में उनका दावा है कि यह भारत में यौन अपराधों को काबू कर सकता है. अंतर्वस्त्र लड़की के माता-पिता और पुलिस को अलर्ट कर पाने में सक्षम है.
सोसाइटी हारनेसिंग इक्विपमेंट (शी) नामक इस उत्पाद को तैयार करने वालों में से एक मनीषा मोहन ने बताया, ‘अंतर्वस्त्र में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशन (जीएसएम) और दबाव संवेदक लगे हैं और यह 3,800 केवी के झटके और लड़की के माता पिता और पुलिस को अलर्ट भेजने में सक्षम है.’
उन्होंने बताया, ‘झटके 82 बार दिए जा सकते हैं. यह उपकरण महिलाओं को बसों, सार्वजनिक स्थलों पर सामना किए जाने वाली स्थितियों से निजात दिलाएगा.’
अंतर्वस्त्र के काम करने की प्रक्रिया को समझाते हुए मनीषा ने बताया कि दबाव संवेदक के लड़की का उत्पीड़न करने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को जबरदस्त झटका लगेगा, जबकि जीपीएस और जीएसएम से आपात नंबर 100 और लड़की के माता पिता को एसएमएस जाएगा.
श्री रामास्वामी मेमोरियल यूनिवर्सिटी की इंजीनियरिंग की छात्रा मनीषा ने अपने दो सहकर्मियों रिंपी त्रिपाठी और नीलाद्री बसु पाल के साथ मिलकर यह अंतर्वस्त्र तैयार किया है.
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