ब्रेकिंग न्यूज़। इंदौर/ हरदा। महाराजा यशवंत राव हॉस्पिटल इंदौर में खुलेआम मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए केंद्र प्रभारी द्वारा मांगी जाती है रिश्वत।
Toc News
ज्ञात हो कि भुआणा, निमाड़ और मालवांचल का सबसे बड़ा चिकित्सा केंद्र होने के कारण क्षेत्र के अधिकतर मरीज एम् व्हाय अस्पताल इंदौर में ही इलाज कराते हैं।
सैकड़ों की संख्या में आने वाले कुछ मरीजों की यहाँ इलाज के दौरान मृत्यु भी हो जाती है। मरीज जकी मृत्यु के उपरांत उनकी परिजनों की पहली प्राथमिकता होती है उनकी अंत्येष्ठि। जब हफ्ते-पन्द्र्ह दिन बाद मृतक के परिजनों को उनके मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत दरपेश होती है। हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगौन, धार, बड़वानी, झाबुआ, रतलाम, देवास, नीमच, मन्दसौर सभी क्षेत्रों के लोग यहाँ अपने स्वजन की मृत्यु प्रमाण पत्रों के लिए कई-कई बार भटकते देखे जा सकते हैं।
एम् व्ह्यय के जन्म-मृत्यु केंद्र में पदस्थ लिपिक द्वारा एक प्रमाण पत्र के 500₹ से 3000₹ की मांग की जाती है। मरता क्या न करता लोग चक्कर लगाने की बजाये मुंह मांगे पैसे देकर अपना काम कराते हैं। ऐसा ही एक प्रकरण आज इमलीपुरा हरदा निवासी श्री कादर अली के साथ घटित हुआ। 15 दिन पहले इनका पुत्र एक दुर्घटना में घायल हुआ था जिसे एम् व्हाय में भर्ती किया गया था जहाँ इलाज के दौरान इनके बेटे शाकिर अली की मृत्यु हो गयी थी।
आज कादर अली सुबह 10 बजे से अपना आवेदन देकर 05 बजे तक बैठे रहे आखिर 500₹ देकर उन्हें अपने फौत बेटे का डेथ सर्टिफिकेट बनवाना पड़ा। कोई है जो ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी को दण्डित करवा सके।
👊 घूस को मारो घूंसा ✊
एक्सपर्ट व्यू
जब भी एेसी स्थिति आये कोई घूस की मांग करें, तो आपको क्षेत्रिय लोकायुक्त कार्यालय से सम्पर्क कर लिखित में शिकायत करनी चाहिेेेए. लोकायुक्त विभाग छापामार कार्यवाही कर घूसखोरों को रंगे हाथ पकडकर कार्यवाही करेंगा
विनय जी. डेविड
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ज्ञात हो कि भुआणा, निमाड़ और मालवांचल का सबसे बड़ा चिकित्सा केंद्र होने के कारण क्षेत्र के अधिकतर मरीज एम् व्हाय अस्पताल इंदौर में ही इलाज कराते हैं।
सैकड़ों की संख्या में आने वाले कुछ मरीजों की यहाँ इलाज के दौरान मृत्यु भी हो जाती है। मरीज जकी मृत्यु के उपरांत उनकी परिजनों की पहली प्राथमिकता होती है उनकी अंत्येष्ठि। जब हफ्ते-पन्द्र्ह दिन बाद मृतक के परिजनों को उनके मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत दरपेश होती है। हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, खरगौन, धार, बड़वानी, झाबुआ, रतलाम, देवास, नीमच, मन्दसौर सभी क्षेत्रों के लोग यहाँ अपने स्वजन की मृत्यु प्रमाण पत्रों के लिए कई-कई बार भटकते देखे जा सकते हैं।
एम् व्ह्यय के जन्म-मृत्यु केंद्र में पदस्थ लिपिक द्वारा एक प्रमाण पत्र के 500₹ से 3000₹ की मांग की जाती है। मरता क्या न करता लोग चक्कर लगाने की बजाये मुंह मांगे पैसे देकर अपना काम कराते हैं। ऐसा ही एक प्रकरण आज इमलीपुरा हरदा निवासी श्री कादर अली के साथ घटित हुआ। 15 दिन पहले इनका पुत्र एक दुर्घटना में घायल हुआ था जिसे एम् व्हाय में भर्ती किया गया था जहाँ इलाज के दौरान इनके बेटे शाकिर अली की मृत्यु हो गयी थी।
आज कादर अली सुबह 10 बजे से अपना आवेदन देकर 05 बजे तक बैठे रहे आखिर 500₹ देकर उन्हें अपने फौत बेटे का डेथ सर्टिफिकेट बनवाना पड़ा। कोई है जो ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी को दण्डित करवा सके।
👊 घूस को मारो घूंसा ✊
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जब भी एेसी स्थिति आये कोई घूस की मांग करें, तो आपको क्षेत्रिय लोकायुक्त कार्यालय से सम्पर्क कर लिखित में शिकायत करनी चाहिेेेए. लोकायुक्त विभाग छापामार कार्यवाही कर घूसखोरों को रंगे हाथ पकडकर कार्यवाही करेंगा
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