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खंडवा(नि.प्र.)। भा.ज.पा. शासन काल में खनन माफिया पूरी तरह हावी है। पुलिस एवं कानून भी उनके आगे बेबस है। तंत्र पर पूरी तरह हावी खनन माफिया के हौसले बुलंद है। राजस्व अमले, पुलिस, पुषासनिक अधिकारियो पर हमले निरंतर जारी है। खनन माफियाओ ने पूरा प्रदेष खोद डाला। षासन इन्हें रोकने मे असफल हो रहा है, साथ अपने कर्मचारियो एवं अधिकारियो पर हमले रोक पा
रहा है।
उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताद्वय प्रमोद जैन ने कहा कि यह केवल शाजापुर, रतलाम जिलो का मामला नही है। भिंड, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, दमोह, सतना, रीवा आदि मे भी खनन माफिया आक्रामक है। अवैध उत्खनन मामले मे कोई भी जिला अछूता नही है। कमोबेश
खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर मे भी रेत माफिया पूरी तरह सक्रिय है। खंडवा मे तो बरसो से रेत खदाने नीलाम नही हुई, फिर भी रोजाना सैंकडो ट्राली रेत शहर मे विक्रित होती है। ग्रामीण क्षेत्र मे आने वाली नदी-नाले मेसंबंधित ग्राम के ही ट्रेक्टर ट्राली इस अवैध धंधे मे लगे है। खनिज विभाग
की और से कोई रोक टोक नही हैै। षासन को लाखो रूपये की रायल्टी का रोजाना नुकसान हो रहा है। खनिज विभाग पुलिस बल की कमी का हवाला देते हुए कोई कार्यवाही नही कर रहा है। खनन माफिया पर सत्ता पक्ष का आषिर्वाद होने से प्रषासन भी कार्यवाही मे अनमना व्यवहार करता है। कुल मिलाकर विगत 12 वर्ष खनन माफियाओ ने अपना अलग साम्राज्य बना लिया है। जहां पुलिस, कानून कोई मायने नही रखते।
खंडवा(नि.प्र.)। भा.ज.पा. शासन काल में खनन माफिया पूरी तरह हावी है। पुलिस एवं कानून भी उनके आगे बेबस है। तंत्र पर पूरी तरह हावी खनन माफिया के हौसले बुलंद है। राजस्व अमले, पुलिस, पुषासनिक अधिकारियो पर हमले निरंतर जारी है। खनन माफियाओ ने पूरा प्रदेष खोद डाला। षासन इन्हें रोकने मे असफल हो रहा है, साथ अपने कर्मचारियो एवं अधिकारियो पर हमले रोक पा
रहा है।
उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेताद्वय प्रमोद जैन ने कहा कि यह केवल शाजापुर, रतलाम जिलो का मामला नही है। भिंड, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, दमोह, सतना, रीवा आदि मे भी खनन माफिया आक्रामक है। अवैध उत्खनन मामले मे कोई भी जिला अछूता नही है। कमोबेश
खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर मे भी रेत माफिया पूरी तरह सक्रिय है। खंडवा मे तो बरसो से रेत खदाने नीलाम नही हुई, फिर भी रोजाना सैंकडो ट्राली रेत शहर मे विक्रित होती है। ग्रामीण क्षेत्र मे आने वाली नदी-नाले मेसंबंधित ग्राम के ही ट्रेक्टर ट्राली इस अवैध धंधे मे लगे है। खनिज विभाग
की और से कोई रोक टोक नही हैै। षासन को लाखो रूपये की रायल्टी का रोजाना नुकसान हो रहा है। खनिज विभाग पुलिस बल की कमी का हवाला देते हुए कोई कार्यवाही नही कर रहा है। खनन माफिया पर सत्ता पक्ष का आषिर्वाद होने से प्रषासन भी कार्यवाही मे अनमना व्यवहार करता है। कुल मिलाकर विगत 12 वर्ष खनन माफियाओ ने अपना अलग साम्राज्य बना लिया है। जहां पुलिस, कानून कोई मायने नही रखते।
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