16 Sept. 2016 @ Toc News
छत्तीसगढ़ के कांकेर के एक मदरसे में 14 साल की एक नाबालिग लड़की माँ बन गई. उसने मदरसे में ही एक लड़की को जन्म दिया और उसे लावारिस स्थान में छोड़ आई. एक दिन की बच्ची रोती बिलखती रही, किसी राहगीर ने उस लावारिस बच्ची की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो नवजात बच्ची को अस्पताल में दाखिल कराया और फिर उसके मां-बाप की खोजबीन में जुट गईं.
पूछताछ के बाद पुलिस ने इलाके के एक मदरसे का रुख किया. आखिरकार मदरसे में पढ़ने वाली एक लड़की को अपने कब्जे में लेकर उसे भी अस्पताल में दाखिल कराया. पुलिस ने मदरसा संचालक के बेटे पर बलात्कार और यौन शोषण का अपराध दर्ज किया है. हालांकि मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया.
जच्चा-बच्चा दोनों ठीक
कांकेर के मदरसे में पुलिस ने जब दस्तक दी तो वहां काम करने वालों के होश उड़ गए. मामला भी कुछ ऐसा ही था. प्रारम्भिक तफ्तीश में मदरसे में मौजूद लोगों ने पुलिस के हस्तक्षेप का विरोध किया. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तमाम लोगों की बोलती बंद कर दी. कुछ देर बाद पुलिस ने मदरसे में पढ़ने वाली कुछ एक लड़कियों की शिनाख्त कराई तो, उस लावारिस पड़ी बच्ची की मां सामने आ गई. पुलिस ने उसे तत्काल अस्पताल में दाखिल कराया. फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों ठीक हैं. पीड़ित लड़की गैर शादीशुदा है और वो इस मदरसे में दिनी तालीम लेने के लिए आई थी. लेकिन वो मदरसा संचालक के बेटे के झांसे में आ गई.
पीड़िता को मिलती रहीं धमकियां
इस लड़की के मुताबिक मोहम्मद अली फारुख का बेटा आबाद फारुख उसका साल भर से शोषण कर रहा था. उसने अपनी पीढ़ा अपने रिश्तेदारो को बताई थी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. लिहाजा पीड़ित लड़की ने सुरक्षित प्रसव के लिए कांकेर के मदरसे की शरण ली. लड़की ने पुलिस में यह भी शिकायत दर्ज कराई कि आबाद फारुख उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था, इसलिए उसने चुप्पी साधी रखी और उसके ही इशारे पर अपनी बच्ची को लावारिस हालात में एक सुनसान इलाके में छोड़ आई.
और भी लड़कियों के साथ यौन शोषण का आरोप
पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. पीड़ित लड़की दो माह पहले ही कांकेर के संजय नगर स्थित गुलशन-ए-जहरा नामक मदरसे में दाखिल हुई थी. इसके पहले वो रायपुर में मोहम्मद अली फारुख के मदरसे में रह रही थी. यहीं पर उसका यौन शोषण होता रहा. यह मदरसा रायपुर में बैजनाथपारा इलाके में स्थित है. लड़की पूरे नौ माह तक गर्भवती रही, लेकिन ना तो रायपुर के मदरसे में कामकाज करने वालों ने उसकी कोई सहायता की और ना ही कांकेर के लोगों ने. यही नहीं दोनों ही मदरसे के संचालक इस नाबालिग लड़की के गर्भवती होने के मामले को छिपाते रहे. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि मदरसे के कर्ताधर्ताओं ने आखिर क्यों इतनी बड़ी बात ना तो पुलिस को बताई और ना ही समाज के प्रमुख लोगों को. मदरसे में दाखिल होने के बाद यह भी बात सामने आई कि आरोपी आबाद फारुख और भी कई लड़कियों पर यौन संबंध स्थापित करने के लिए दबाव डालता रहा. जबकि वो शादीशुदा है और तीन बच्चों का बाप भी.
पुलिस अब रायपुर और कांकेर दोनों ही इलाकों के मदरसों में पढ़ने वाली लड़कियों और उनके परिजनों से जानकारियां इकट्ठी कर रही है. ताकि आरोपी के और भी काले कारनामो की फेहरिश्त तैयार की जा सके. पुलिस ने पीड़ित नाबालिग लड़की के परिजनों के बयान भी दर्ज किए हैं.
छत्तीसगढ़ के कांकेर के एक मदरसे में 14 साल की एक नाबालिग लड़की माँ बन गई. उसने मदरसे में ही एक लड़की को जन्म दिया और उसे लावारिस स्थान में छोड़ आई. एक दिन की बच्ची रोती बिलखती रही, किसी राहगीर ने उस लावारिस बच्ची की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले तो नवजात बच्ची को अस्पताल में दाखिल कराया और फिर उसके मां-बाप की खोजबीन में जुट गईं.
पूछताछ के बाद पुलिस ने इलाके के एक मदरसे का रुख किया. आखिरकार मदरसे में पढ़ने वाली एक लड़की को अपने कब्जे में लेकर उसे भी अस्पताल में दाखिल कराया. पुलिस ने मदरसा संचालक के बेटे पर बलात्कार और यौन शोषण का अपराध दर्ज किया है. हालांकि मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया.
जच्चा-बच्चा दोनों ठीक
कांकेर के मदरसे में पुलिस ने जब दस्तक दी तो वहां काम करने वालों के होश उड़ गए. मामला भी कुछ ऐसा ही था. प्रारम्भिक तफ्तीश में मदरसे में मौजूद लोगों ने पुलिस के हस्तक्षेप का विरोध किया. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तमाम लोगों की बोलती बंद कर दी. कुछ देर बाद पुलिस ने मदरसे में पढ़ने वाली कुछ एक लड़कियों की शिनाख्त कराई तो, उस लावारिस पड़ी बच्ची की मां सामने आ गई. पुलिस ने उसे तत्काल अस्पताल में दाखिल कराया. फिलहाल जच्चा बच्चा दोनों ठीक हैं. पीड़ित लड़की गैर शादीशुदा है और वो इस मदरसे में दिनी तालीम लेने के लिए आई थी. लेकिन वो मदरसा संचालक के बेटे के झांसे में आ गई.
पीड़िता को मिलती रहीं धमकियां
इस लड़की के मुताबिक मोहम्मद अली फारुख का बेटा आबाद फारुख उसका साल भर से शोषण कर रहा था. उसने अपनी पीढ़ा अपने रिश्तेदारो को बताई थी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. लिहाजा पीड़ित लड़की ने सुरक्षित प्रसव के लिए कांकेर के मदरसे की शरण ली. लड़की ने पुलिस में यह भी शिकायत दर्ज कराई कि आबाद फारुख उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था, इसलिए उसने चुप्पी साधी रखी और उसके ही इशारे पर अपनी बच्ची को लावारिस हालात में एक सुनसान इलाके में छोड़ आई.
और भी लड़कियों के साथ यौन शोषण का आरोप
पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है. पीड़ित लड़की दो माह पहले ही कांकेर के संजय नगर स्थित गुलशन-ए-जहरा नामक मदरसे में दाखिल हुई थी. इसके पहले वो रायपुर में मोहम्मद अली फारुख के मदरसे में रह रही थी. यहीं पर उसका यौन शोषण होता रहा. यह मदरसा रायपुर में बैजनाथपारा इलाके में स्थित है. लड़की पूरे नौ माह तक गर्भवती रही, लेकिन ना तो रायपुर के मदरसे में कामकाज करने वालों ने उसकी कोई सहायता की और ना ही कांकेर के लोगों ने. यही नहीं दोनों ही मदरसे के संचालक इस नाबालिग लड़की के गर्भवती होने के मामले को छिपाते रहे. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि मदरसे के कर्ताधर्ताओं ने आखिर क्यों इतनी बड़ी बात ना तो पुलिस को बताई और ना ही समाज के प्रमुख लोगों को. मदरसे में दाखिल होने के बाद यह भी बात सामने आई कि आरोपी आबाद फारुख और भी कई लड़कियों पर यौन संबंध स्थापित करने के लिए दबाव डालता रहा. जबकि वो शादीशुदा है और तीन बच्चों का बाप भी.
पुलिस अब रायपुर और कांकेर दोनों ही इलाकों के मदरसों में पढ़ने वाली लड़कियों और उनके परिजनों से जानकारियां इकट्ठी कर रही है. ताकि आरोपी के और भी काले कारनामो की फेहरिश्त तैयार की जा सके. पुलिस ने पीड़ित नाबालिग लड़की के परिजनों के बयान भी दर्ज किए हैं.
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