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नर्मदा एवं उसकी सहायक नदियां हमारी धरोहर हैं। हमें न केवल नदियों की स्वच्छता पर ही ध्यान देना होगा, बल्कि उनका संवर्धन एवं संरक्षण भी करना होगा। इसी उद्देश्य से नर्मदा सेवा यात्रा निकाली जा रही है, इस अनूठी यात्रा की देश- दुनिया में व्यापक सराहना हो रही है। हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि जिले के सभी लोग किसी न किसी के रूप में इस यात्रा में जुड़ें और सहयोग दें। इस यात्रा को जन आंदोलन बनायें। डॉ. भोंसले सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नर्मदा सेवा यात्रा के सुचारू आयोजन में सहयोग और इस संबंध में सुझाव देने के लिए आमंत्रित व्यापारिक प्रतिष्ठानों/ संगठनों के प्रतिनिधियों और व्यवसायियों को संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर ने नर्मदा सेवा यात्रा की व्यवस्थाओं में सहयोग देने का आग्रह व्यवसायियों से किया। यह सहयोग सेवा कार्य, सामग्री अथवा अन्य किसी भी रूप में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष दिया जा सकेगा।
कलेक्टर ने कहा कि नर्मदा नदी का प्रवाह क्षेत्र जिले के करीब 150 किलोमीटर में है। बरगी नहरों के माध्यम से जिले के लगभग 96 हजार हेक्टर क्षेत्र में सिंचाई की जाती है। जिले के विकास का मुख्य आधार नदी जल है। इसी के कारण जिले का कृषि क्षेत्र उन्नत है। इसलिए पर्यावरण और नदी जल संरक्षण के लिए निकाली जा रही नर्मदा सेवा यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें सक्रिय सहभागिता हम सबकी सामाजिक जिम्मेदारी है।
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रतिभा पाल ने यात्रा में प्रत्येक वर्ग एवं व्यक्ति की सहभागिता को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि न केवल नर्मदा के तटीय क्षेत्रों के बल्कि अन्य क्षेत्रों के लोग भी इसमें अपनी सक्रिय सहभागिता दें। यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थायें जन भागीदारी से की जावें। नर्मदा को संरक्षित व सुरक्षित रखने के सभी उपाय किये जावें।
जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक जयनारायण शर्मा ने यात्रा के उद्देश्यों और इस दौरान होने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
नर्मदा सेवा यात्रा को सफल व प्रभावी बनाने के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं संगठनों, व्यवसायियों, स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। साथ ही इस यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं में विभिन्न प्रकार से अपना सहयोग देने के लिए सहमति जताई।
बैठक में एस.डी.एम. डी.एस. तोमर, राजेन्द्र राय व मो. शाहिद खान, संयुक्त कलेक्टर जे.पी. सैयाम, जिला आपूर्ति अधिकारी के.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी. फौजदार, उप संचालक कृषि जितेन्द्र सिंह, उप संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण न्याय महेन्द्र कुमार त्रिपाठी, विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख, खाद- बीज व्यापारी, गल्ला व्यापारी, गैस एजेंसी व पेट्रोल पम्प संचालक, मेडिकल दुकान संचालक, खाद्य व्यापारी संघ के सदस्य, ग्रेन मर्चेंट ऐसोसियेशन के पदाधिकारी, दाल मिलर, अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों के संचालक और विभिन्न व्यवसायी मौजूद थे।
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