RBI का मध्यरात्रि निर्देश वर्सेस जनता का नया नियम..!
एक जनवरी से लागू होगा नया आदेश
Toc News
नई दिल्ली: चलन से बाहर किए गए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को जमा कराने की 50 दिन की समय-सीमा समाप्त होने के अंतिम दिन यानी 30 दिसंबर को सरकार ने देर रात नकदी संकट से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत की खबर दी. अब एटीएम से एक दिन में 4500 रुपये निकाले जा सकेंगे. नया नियम एक जनवरी से लागू होगा.
आरबीआई ने देर रात नया निर्देश जारी किया. हालांकि साप्ताहिक निकासी की सीमा नहीं बढ़ाई गई और उसे यथावत 24,000 रुपये ही रखा गया है. हालांकि, नोटबंदी के 50वें दिन भी एटीएम और बैंकों के बाहर कतारें देखी गईं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी नोटबंदी पर शनिवार को राष्ट्र के नाम संबोधन देने वाले हैं. पीएम मोदी के संबोधन के ठीक एक दिन पहले निकासी की सीमा में ढील दी गई है. आरबीआई ने बैंकों से जमा किए नोटों का विस्तृत विवरण मुहैया कराने को कहा है. ऐसा अनुमान है कि 90 फीसदी से ज्यादा प्रतिबंधित नोट बैंक में जमा हो गए हैं. ऐसे में कालेधन से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए नोटबंदी का कदम निर्रथक साबित होता जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी. पुराने नोटों को बैंक में जमा कराने की सीमा 30 दिसंबर तय की गई थी. नोटबंदी के फैसले से बाजार में मौजूद लगभग 86% मुद्रा अवैध हो गई. नोटबंदी में नकदी के संकट और बैंक-एटीएम में लंबी कतारों को देखते हुए विपक्ष सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए था.
कई प्रमुख उद्योगपतियों और विशेषज्ञों ने पीएम मोदी के नोटबंदी लागू करने और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के कदम की सराहना की थी. हालांकि कुछ उद्योग धंधे नकदी संकट के चलते ठप हो गए और कर्मचारियों को छंटनी का शिकार होना पड़ा. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि नोटबंदी से दीर्घकालिक लाभ मिलेगा लेकिन ऐसा तभी होगा जब नए नोटों की आपूर्ति यथासंभव सुनिश्चित की जाए.
एक जनवरी से लागू होगा नया आदेश
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नई दिल्ली: चलन से बाहर किए गए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को जमा कराने की 50 दिन की समय-सीमा समाप्त होने के अंतिम दिन यानी 30 दिसंबर को सरकार ने देर रात नकदी संकट से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत की खबर दी. अब एटीएम से एक दिन में 4500 रुपये निकाले जा सकेंगे. नया नियम एक जनवरी से लागू होगा.
आरबीआई ने देर रात नया निर्देश जारी किया. हालांकि साप्ताहिक निकासी की सीमा नहीं बढ़ाई गई और उसे यथावत 24,000 रुपये ही रखा गया है. हालांकि, नोटबंदी के 50वें दिन भी एटीएम और बैंकों के बाहर कतारें देखी गईं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी नोटबंदी पर शनिवार को राष्ट्र के नाम संबोधन देने वाले हैं. पीएम मोदी के संबोधन के ठीक एक दिन पहले निकासी की सीमा में ढील दी गई है. आरबीआई ने बैंकों से जमा किए नोटों का विस्तृत विवरण मुहैया कराने को कहा है. ऐसा अनुमान है कि 90 फीसदी से ज्यादा प्रतिबंधित नोट बैंक में जमा हो गए हैं. ऐसे में कालेधन से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए नोटबंदी का कदम निर्रथक साबित होता जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी. पुराने नोटों को बैंक में जमा कराने की सीमा 30 दिसंबर तय की गई थी. नोटबंदी के फैसले से बाजार में मौजूद लगभग 86% मुद्रा अवैध हो गई. नोटबंदी में नकदी के संकट और बैंक-एटीएम में लंबी कतारों को देखते हुए विपक्ष सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए था.
कई प्रमुख उद्योगपतियों और विशेषज्ञों ने पीएम मोदी के नोटबंदी लागू करने और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के कदम की सराहना की थी. हालांकि कुछ उद्योग धंधे नकदी संकट के चलते ठप हो गए और कर्मचारियों को छंटनी का शिकार होना पड़ा. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि नोटबंदी से दीर्घकालिक लाभ मिलेगा लेकिन ऐसा तभी होगा जब नए नोटों की आपूर्ति यथासंभव सुनिश्चित की जाए.
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