Toc News @ jabalpur
दिनाॅक 29-12-16 को प्रातः 11-30 बजे पुलिस कन्ट्रोलरूम में ‘‘यातायात प्रबंधन, शिक्षा एवं सुधार ’’ विषय पर एक जोन स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन श्री डी. श्रीनिवास राव द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री एम एस सिकरवार की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्रीमति यांगचेन डोलकर भूटिया(भा0पु0से) ,उप. पुलिस अधीक्षक यातायात श्री मनोज खत्री एवं श्री सुदेश सिंह , की उपस्थिति में किया गया। कार्यशाला में जबलपुर जोन के जिलों मे पदस्थ उप निरीक्षक से निरीक्षक स्तर के अधिकारी, एवं ग्राम रक्षा समिति के केैप्टन उपस्थित थे।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री एम एस सिकरवार ने कार्यशाला के उद्येश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यातायात को सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से चलाए जाने हेतु यातायात प्रबंधन प्रमुख है, मानव जीवन को बिना संकटापन्न बनाए हुए सुचारू रूप से यातायात को संचालित किया जाना तथा सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर को कम करना वर्तमान समय की प्रमुख चुनौती है घायल को यदि गोल्डन आवर्स में उपचार हेतु अस्पताल पहुचा दिया जाय तो घायल की जान की खतरा को कम किया जा सकता है। आज आप सभी को इस कार्यशाला के माध्यम से घायल को कैसे अस्पताल सुरक्षित पहुचाया जाय, घटनाा स्थल पर क्या प्राथमिक उपचार दिया जाय बताया जावेगा। गोल्डन आवर्स बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, सड़क दुर्घटना में घायल को सुरक्षित अस्पताल तक पहुचाना सबसे बडी मानव सेवा है क्योकि हम जिसकी जान बचाते हैं वह अंजान होता है।
पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन श्री डी. श्रीनिवास राव ने सुभारंभ के अवसर पर कहा कि कार्यशाला बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर केन्द्रित है आज आपको इस कार्यशाला मे रोड इंजीनियरिंग, सेफ ड्राईविंग, यातायात संकेत एंव उनका सडक सुरक्षा मे प्रयोग, कानूनी प्रावधानों तथा तनाव प्रबंधन पर विस्तार से इस कार्यशाला के माध्यम से जानकारी दी जावेगी,।
आपने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट मे हुये नये कानूनी प्रावधानो का आपको ज्ञान होना चाहिये , जब आपको नियमों का सही ज्ञान होगा तभी आप उसका कडाई से पालन करा सकेंगे, नियम का पालन न करने वालो को होने वाले दुष्परिणामों से भी सडक का उपयोग करने वालो को अवगत कराया जाये एवं उन्हें जागरूक किया जाये, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि घायल को घटना स्थल से निकटतम हास्पिटल तक कैसे सुरक्षित ले जाया जाय इस हेतु आपको फस्ट ऐड का ज्ञान होना चाहिए। ट्राफिक मैनेजमेंट की ड्यूटी बहुत ही कठिन ड्यूटी होती है, आपको प्रमुख तिराहों, चैराहो पर खडे रहकर ट्राफिक को मैनेज करना होता है, प्रशिक्षण के दौरान आप अपने अनुभवों को शेयर करें तथा जो भी सीखें, अपने साथियो के साथ शेयर करें, ताकि उन्हंे भी इस प्रशिक्षण मेें आपने जो सीखा है उसका लाभ मिल सके।
कार्यशाला में अति0 पुलिस अधीक्षक यातायात श्रीमति यांगचेन डोलकर भूटिया(भा0पु0से) द्वारा यातायात पुलिस का आचरण एवं दुर्घटना रोकने में यातायात पुलिस की भूमिका तथा डा0 शरद द्विवेदी आर्थोपैडिक विक्टोरिया अस्पताल जबलपुर द्वारा सड़क दुर्घटना होने पर घायलों का प्राथमिक उपचार एवं उनका सुरक्षित परिवहन एवं श्री मनोज खत्री उप पु अधीक्षक यातायात द्वारा रोड मार्किग, यातायात संकेत एवं उसका महत्व तथा डा0 पुष्पा बहन स्त्री रोग विशेषज्ञ विक्टोरिया अस्पताल द्वारा तनाव प्रबंधन विषय पर विस्तार से जानकारी दी जावेगी।
दिनाॅक 29-12-16 को प्रातः 11-30 बजे पुलिस कन्ट्रोलरूम में ‘‘यातायात प्रबंधन, शिक्षा एवं सुधार ’’ विषय पर एक जोन स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन श्री डी. श्रीनिवास राव द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री एम एस सिकरवार की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्रीमति यांगचेन डोलकर भूटिया(भा0पु0से) ,उप. पुलिस अधीक्षक यातायात श्री मनोज खत्री एवं श्री सुदेश सिंह , की उपस्थिति में किया गया। कार्यशाला में जबलपुर जोन के जिलों मे पदस्थ उप निरीक्षक से निरीक्षक स्तर के अधिकारी, एवं ग्राम रक्षा समिति के केैप्टन उपस्थित थे।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री एम एस सिकरवार ने कार्यशाला के उद्येश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यातायात को सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से चलाए जाने हेतु यातायात प्रबंधन प्रमुख है, मानव जीवन को बिना संकटापन्न बनाए हुए सुचारू रूप से यातायात को संचालित किया जाना तथा सड़क दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर को कम करना वर्तमान समय की प्रमुख चुनौती है घायल को यदि गोल्डन आवर्स में उपचार हेतु अस्पताल पहुचा दिया जाय तो घायल की जान की खतरा को कम किया जा सकता है। आज आप सभी को इस कार्यशाला के माध्यम से घायल को कैसे अस्पताल सुरक्षित पहुचाया जाय, घटनाा स्थल पर क्या प्राथमिक उपचार दिया जाय बताया जावेगा। गोल्डन आवर्स बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, सड़क दुर्घटना में घायल को सुरक्षित अस्पताल तक पहुचाना सबसे बडी मानव सेवा है क्योकि हम जिसकी जान बचाते हैं वह अंजान होता है।
पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन श्री डी. श्रीनिवास राव ने सुभारंभ के अवसर पर कहा कि कार्यशाला बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर केन्द्रित है आज आपको इस कार्यशाला मे रोड इंजीनियरिंग, सेफ ड्राईविंग, यातायात संकेत एंव उनका सडक सुरक्षा मे प्रयोग, कानूनी प्रावधानों तथा तनाव प्रबंधन पर विस्तार से इस कार्यशाला के माध्यम से जानकारी दी जावेगी,।
आपने कहा कि मोटर व्हीकल एक्ट मे हुये नये कानूनी प्रावधानो का आपको ज्ञान होना चाहिये , जब आपको नियमों का सही ज्ञान होगा तभी आप उसका कडाई से पालन करा सकेंगे, नियम का पालन न करने वालो को होने वाले दुष्परिणामों से भी सडक का उपयोग करने वालो को अवगत कराया जाये एवं उन्हें जागरूक किया जाये, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि घायल को घटना स्थल से निकटतम हास्पिटल तक कैसे सुरक्षित ले जाया जाय इस हेतु आपको फस्ट ऐड का ज्ञान होना चाहिए। ट्राफिक मैनेजमेंट की ड्यूटी बहुत ही कठिन ड्यूटी होती है, आपको प्रमुख तिराहों, चैराहो पर खडे रहकर ट्राफिक को मैनेज करना होता है, प्रशिक्षण के दौरान आप अपने अनुभवों को शेयर करें तथा जो भी सीखें, अपने साथियो के साथ शेयर करें, ताकि उन्हंे भी इस प्रशिक्षण मेें आपने जो सीखा है उसका लाभ मिल सके।
कार्यशाला में अति0 पुलिस अधीक्षक यातायात श्रीमति यांगचेन डोलकर भूटिया(भा0पु0से) द्वारा यातायात पुलिस का आचरण एवं दुर्घटना रोकने में यातायात पुलिस की भूमिका तथा डा0 शरद द्विवेदी आर्थोपैडिक विक्टोरिया अस्पताल जबलपुर द्वारा सड़क दुर्घटना होने पर घायलों का प्राथमिक उपचार एवं उनका सुरक्षित परिवहन एवं श्री मनोज खत्री उप पु अधीक्षक यातायात द्वारा रोड मार्किग, यातायात संकेत एवं उसका महत्व तथा डा0 पुष्पा बहन स्त्री रोग विशेषज्ञ विक्टोरिया अस्पताल द्वारा तनाव प्रबंधन विषय पर विस्तार से जानकारी दी जावेगी।
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