- मोदी सरकार द्वारा लेफ्टिनेंट जनरल विपिन रावत को अगला सेना अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़ा कर दिया है.
- कांग्रेस ने सरकार से सवाल किया है कि क्यों लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को दो वरिष्ठ अधिकारियों को नजरअंदाज कर सेना प्रमुख बनाया गया है.
- हालांकि आउट ऑफ टर्म प्रमोशन का यह पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व कांग्रेस की सरकार में इस तरह की नियुक्ति हो चुकी है.
इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने शनिवार को ही ट्वीट करके कहा, "थलसेना प्रमुख की नियुक्ति पर वरिष्ठता का सम्मान क्यों नहीं किया जाता? लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अली हारीज को सैन्य प्रमुख क्यों नहीं बनाया गया?"
मनीष तिवारी का कहना है हमारी सेना का चरित्र पूरी दुनिया के सामने है कि यहां वरिष्ठता को ही प्रमुखता दी जाती है.
उनके मुताबिक बात जनरल रावत की नियुक्ति को लेकर नहीं है, लेकिन सवाल यह उठता है कि जनरल बख्शी को और अन्य लोगों की वरिष्ठता का ध्यान क्यों नहीं रखा गया? इस सवाल का जवाब सरकार को देना चाहिए.
तिवारी ने एक अन्य ट्वीट में पूछा, "क्यों तीसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को अन्य दो के मुकाबले तरजीह दी गई?"
No comments:
Post a Comment