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नई दिल्ली. दिल्ली की रहने वाले 25 साल की पंखुड़ी पाठक इन दिनों काफी सुर्खियों में है। साथ ही पाठक अखिलेश की फायर ब्रान्ड नेता बन चुकी है। चंद दिनों में ही इस पंखुड़ी ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। बता दें कि इस समय पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी का एक उभरता हुआ चेहरा है जो दिल्ली विश्वविद्यालय में बहुत चर्चित छात्र नेता हैं।
पंखुड़ी पाठक का फैमिली बैकग्राउंड
दिल्ली में रहने वाली 25 साल की पंखुड़ी पाठ का कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। उनके पिता जेसी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं और दिल्ली में ही प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। पंखुड़ी का छोटा भाई चिराग पाठक अभी ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है।
डीयू की फेमस छात्र नेता
स्टूडेंट लीडर पंखुड़ी पाठक लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही हैं। साल 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उस समय इनकी उम्र करीब 18 साल थी। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। दिल्ली में ये चर्चित छात्र नेता हैं।
सपा और पंखुड़ी पाठ का रिश्ता
पंखुड़ी लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही हैं। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उस समय इनकी उम्र लगभग 18 साल थी। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। इसके बदले में पार्टी ने रिटर्न गिफ्ट देते हुए उन्हें 2013 में लोहिया वाहिनी का नेशनल सेक्रेटरी बना दिया।
पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी के साथ अखिलेश यादव और उनकी वाइफ डिंपल यादव से काफी प्रभावित हैं। पंखुड़ी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। फेसबुक पर भी उनके हजारों फॉलोवर हैं। पंखुड़ी को समाजवादी पार्टी की कोर टीम में शामिल करने के पीछे अखिलेश यादव का युवाओं को बढ़ावा देना उद्देश्य है। टीवी चैनलों से लेकर सामाजिक फोरम पर सपा के युथ विंग के लोग पार्टी का प्रतिनिधित्व कर सकें।
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