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इंदौर । इंदौर के कुख्यात गैंगस्टर द्वारा सत्ताधारी राजनेताओं, अफसर-कर्मचारियों का संगठित गिरोह बनाकर अरबों की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। एसटीएफ ने गैंगस्टर सहित राजस्व विभाग के कई कर्मचारियों पर केस दर्ज किया है। गिरोह में बड़े अफसर और पूंजीपति भू-माफिया की भूमिका भी सामने आई है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इस तरह की पहली कार्रवाई की है। डीजीपी ऋषिकुमार शुक्ल ने पदभार संभालते ही एसटीएफ को संगठित अपराधों के खिलाफ मोड़ दिया। इसी कड़ी में एसटीएफ एडीजी एसडब्ल्यू नकवी ने पूरे प्रदेश में हथियार माफिया, तस्करी व ठेके पर हत्या करने वाले संगठित गिरोह की जांच बैठाई। इंदौर में रिकॉर्ड खंगालने पर सबसे बड़े और संगठित भूमाफिया मांगीलाल ठाकुर को चिन्हित किया।
उसका रिकॉर्ड खंगाला तो उस पर 18 केस की जानकारी मिली जिसमें 14 जमीन के थे। वह सात हत्या कर चुका है। एडीजी भोपाल में पदस्थ तेज तर्रार अफसरों की टीम गठित की जो दो महीने तक गोपनीय रिपोर्ट बनाने में जुटी रही। एसटीएफ ने गुरुवार को महू उपजेल में कैद गैंगस्टर मांगीलाल ठाकुर (पांदा) सहित कई राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों पर केस दर्ज किया है। मांगीलाल पर पिगडंबर, हरसोला, पांदा और किशनगंज थाने के सामने स्थित मिशनरी, चर्च, स्कूल, हॉस्टल, स्कूल मैदान, आवासीय क्वार्टर और पड़त जमीन के जाली दस्तावेज बनाकर कब्जा करने का आरोप है। जमीन अरबों की बताई जा रही है।
दस्तावेज बनाने में राजस्व विभाग के कर्मचारी और अफसर भी मिले हुए हैं। एसटीएफ ने घोटाले से जुड़े दस्तावेज व गोपनीय रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं। तत्कालीन एसडीओ-एसडीएम व रजिस्ट्रार स्तर के अफसर भी जांच के घेरे में हैं। गोपनीय रिपोर्ट में नेता, अफसर-कर्मचारी और पूंजीपति शामिल सुप्रीम कोर्ट द्वारा खरीदी-बिक्री पर रोक लगाने के बाद भी फॉरेस्ट की जमीन को मांगीलाल ने राजस्व विभाग में कब्जादार के रूप में इंद्राज करवा लिया। उसने किशनगंज थाने के सामने स्थित सोलोमन स्मिथ और उसकी संस्था के जाली दस्तावेज बनाकर चर्च, स्कूल, हॉस्टल और मैदान की 10 हेक्टेयर जमीन सहयोगी फर्म के नाम कर ली।
जांच अफसर के मुताबिक मांगीलाल परिजन, साथी, पूंजीपति भू-माफिया, राजनेता, राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शासकीय भूमि पर कब्जा करने और गरीब किसानों को धमकाने वाले वाले संगठित गिरोह का सरगना है। लोग इसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की हिम्मत भी नहीं करते हैं। उसे राजनीतिज्ञों का भी संरक्षण प्राप्त है। (जैसा एसटीएफ ने गोपनीय रिपोर्ट में लिखा है) वकील की हत्या में कैद गैंगस्टर वकील योगेश गर्ग की हत्या के आरोप में मांगीलाल महू उपजेल में बंद है। छह महीने पूर्व जेल से गर्ग के सहयोगी जयसिंह ठाकुर की हत्या का षड्यंत्र रचा। जेल से डंपर खरीदा और ठाकुर को रौंदने की कोशिश की। वह घायल हुआ लेकिन बाइक सवार दो निर्दोष मौके पर मर गए।
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