TOC NEWS - भोपाल | 08-दिसम्बर-2017
नया भूमि प्रबंधन तैयार करने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा गठित राज्य भूमि सुधार आयोग द्वारा सुझाव लिये जा रहे हैं। आज भोपाल संभाग के संभागीय कार्यालय में राज्य भूमि सुधार आयोग के अध्यक्ष श्री इंद्रनील दाणी ने जनप्रतिनिधियों, वकीलों, राजस्व अधिकारियों के साथ अलग अलग बैठक कर भू-राजस्व संहिता में प्रस्तावित संशोधनों के संबंध में सुझाव लिये।
आरंभ में श्री दाणी ने कहा कि भू-राजस्व संहिता में वर्तमान कानूनों में सुधार की आवश्यकता है। कुछ कानून अप्रासंगिक हो गये हैं तथा कुछ में संशोधन जरूरी है। इसी के लिये सभी के सुझाव मांगे जा रहे हैं। अभी तक प्रदेश के छ: संभागों में आयोग की बैठकें आयोजित हो चुकी हैं। इन बैठकों में लगभग एक हजार सुझाव प्राप्त हुए हैं। विस्तृत विचार विमर्श कर संहिता में संशोधन प्रस्ताविवत किये जायेंगे। भूमि प्रबंधन आयोग का उद्देश्य राजस्व संबंधी नियम प्रक्रियाओं के संबंध में वर्तमान और भविष्य की संभावित जरूरतों को ध्यान में रखकर नियम संशोधन संबंधी सुझाव दिये जायेंगे।
बैठक में भूमि सुधार आयोग की वरिष्ठ सलाहकार श्रीमती वीणा घाणेकर, सलाहकार श्री अशोक कुमार सिंह, संभागायुक्त श्री अजात शत्रु श्रीवास्तव, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन और विदिशा जिलों के कलेक्टर, राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।
संभागायुक्त श्री अजात शत्रु श्रीवास्तव ने प्रदेश में शहरी भूमि प्रबंधन संचालनालय स्थापित करने का सुझाव दिया ताकि छोटे-छोटे हिस्सों में बंटी शहरी जमीन संबंधी विवादों का तेजी से निराकरण हो सके। उन्होंने कहा कि राजस्व मंडल की पीठ ग्वालियर के साथ साथ भोपाल, इंदौर और जबलपुर में भी स्थापित की जाये। इसके अलावा बैठक में उपस्थित कलेक्टर व अन्य राजस्व अधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिये। आयोग को जनप्रतिनिधियों तथा अधिवक्तागणों ने भी भूमि कानूनों में सुधार के बारे में अपने विचारों से अवगत कराया।
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