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*छिंदवाड़ा।* क्या? छिंदवाड़ा में अवैध शराब के धंधे में आबकारी विभाग शामिल है! ये सवाल आज हर विचारशील व्यक्ति के दिमाग में चल रहा होगा। कारण साफ़ है अवैध शराब पकड़ी जाती है,तो उनके ठेकेदार नही पकड़े जाते। यूँ तो ऐसे कइयों उदाहरण है,लेकिन ताजा मामला देहात थानांतर्गत परासिया से जुड़े ठेकेदार का सामने आया है। जहाँ पुलिस के बार-बार मांगे जाने पर भी आबकारी विभाग कोई जानकारी उपलब्ध नही करवा रहा है।जबकि ठीक ऐसे ही एक मामले में होशंगाबाद आबकारी विभाग ने तामिया थाने में जानकारी उपलब्ध करवा दी है।
*जानकारी नही दे रहा छिंदवाड़ा आबकारी विभाग*
रिंग रोड शराब तस्करी के मामले में देहात पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नही कर पाई है। जिसकी वजह पुलिस छिंदवाड़ा आबकारी विभाग से ठेकेदार और गद्दीदार सम्बन्धी जानकारी न मिलना बता रही है।। बताया जाता है कि ठेकेदार व गद्दीदार को बचाने इस मामले की जाँच में ढील बरती गई है।19 दिन बीतने के बाद भी आबकारी विभाग पुलिस को शराब ठेकेदार और गद्दीदार की जानकारी नही दे रहा है।
गौरतबल है कि 17 अगस्त की रात धरमटेकड़ी चौकी पुलिस और देहात पुलिस ने संयुक्त रूप से घेराबंदी कर कार क्रमांक एमपी -28 सी -9908 को रींग रोड में रोका था | तलाशी के दौरान पुलिस को कार के भीतर से 13 पेटी शराब बरामद हुई थी | पुलिस ने मौके से आरोपी गुलफाम पिता गूजर अंसारी न्यूटन , शैंकी उर्फ हरविंदर पिता अरविंद सिंह परासिया, प्रकाश तथा शेख जाहिद को गिरफ्तार किया था | आरोपियों से पूछताछ के दौरान सामने आया कि इस तस्करी में वाहन मालिक तथा शराब ठेकेदार के साथ गद्दीदार भी शामिल है |
इस घटना के 19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।सूत्र बताते है कि आबकारी विभाग के अधिकारी गद्दीदार को बचना चाह रहे है।इसलिए वे जानकारी देने में पुलिस को टाल रहे है और उच्चाधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है। देहात थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे का कहना है कि हम प्रतिदिन आबकारी अधिकारियो से संपर्क कर रहे है,लेकिन कोई जानकारी नही दी जा रही। जिला आबकारी अधिकारी सत्यनारायण दुबे से संपर्क नही हो पाने से उनका पक्ष नही लिया जा सका। सहायक आबकारी अधिकारी इन्द्रेश तिवारी कहते है कि हमसे कोई जानकारी नही मांगी गई।अब ऐसे में समझ जा सकता है कि अधिकारी कितने सजग है
*होशंगाबाद आबकारी से मिली जानकारी*
जहाँ एक तरफ छिंदवाड़ा आबकारी अधिकारी पुलिस को जानकारी देने में टालमटोली कर रहे है। वहीँ दूसरी तरफ अवैध शराब के ऐसे ही एक मामले में तामिया पुलिस को होशंगाबाद आबकारी विभाग ने जानकारी दे दी है।तामिया टी आई मोहन सिंग मर्सकोले ने बताया कि15-16 जुलाई की दरम्यानी रात तामिया में जुन्नारदेव तिराहा से 27 पेटी यानि 243 लीटर अवैध शराब जब्त की गई थी।छिंदवाड़ा निवासी मंगल सिंह राठौर वाहन क्रमांक mp28ba0576 से अवैध शराब तस्करी कर रहा था। इस मामले में होशंगाबाद आबकारी विभाग से शराब ठेकेदार सम्बन्धी जानकारी मांगी गई थी । 29 अगस्त को होशंगाबाद आबकारी अधिकारी ने जानकारी दिया कि तामिया में पकड़ी गई शराब पिपरिया ग्रुप नम्बर 1 की लायसेंसी जायसवाल के नाम से स्वीकृत की गई थी।बैच नम्बर47/12 की 9 पेटी अंग्रेजी शराब और साथ में 18 पेटी देशी प्लेन और 1 पेटी लाल की पकड़ी गई थी।जानकारी मिलने के बाद अब तामिया पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
*छिंदवाड़ा।* क्या? छिंदवाड़ा में अवैध शराब के धंधे में आबकारी विभाग शामिल है! ये सवाल आज हर विचारशील व्यक्ति के दिमाग में चल रहा होगा। कारण साफ़ है अवैध शराब पकड़ी जाती है,तो उनके ठेकेदार नही पकड़े जाते। यूँ तो ऐसे कइयों उदाहरण है,लेकिन ताजा मामला देहात थानांतर्गत परासिया से जुड़े ठेकेदार का सामने आया है। जहाँ पुलिस के बार-बार मांगे जाने पर भी आबकारी विभाग कोई जानकारी उपलब्ध नही करवा रहा है।जबकि ठीक ऐसे ही एक मामले में होशंगाबाद आबकारी विभाग ने तामिया थाने में जानकारी उपलब्ध करवा दी है।
*जानकारी नही दे रहा छिंदवाड़ा आबकारी विभाग*
रिंग रोड शराब तस्करी के मामले में देहात पुलिस अब तक कोई ठोस कार्रवाई नही कर पाई है। जिसकी वजह पुलिस छिंदवाड़ा आबकारी विभाग से ठेकेदार और गद्दीदार सम्बन्धी जानकारी न मिलना बता रही है।। बताया जाता है कि ठेकेदार व गद्दीदार को बचाने इस मामले की जाँच में ढील बरती गई है।19 दिन बीतने के बाद भी आबकारी विभाग पुलिस को शराब ठेकेदार और गद्दीदार की जानकारी नही दे रहा है।
गौरतबल है कि 17 अगस्त की रात धरमटेकड़ी चौकी पुलिस और देहात पुलिस ने संयुक्त रूप से घेराबंदी कर कार क्रमांक एमपी -28 सी -9908 को रींग रोड में रोका था | तलाशी के दौरान पुलिस को कार के भीतर से 13 पेटी शराब बरामद हुई थी | पुलिस ने मौके से आरोपी गुलफाम पिता गूजर अंसारी न्यूटन , शैंकी उर्फ हरविंदर पिता अरविंद सिंह परासिया, प्रकाश तथा शेख जाहिद को गिरफ्तार किया था | आरोपियों से पूछताछ के दौरान सामने आया कि इस तस्करी में वाहन मालिक तथा शराब ठेकेदार के साथ गद्दीदार भी शामिल है |
इस घटना के 19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।सूत्र बताते है कि आबकारी विभाग के अधिकारी गद्दीदार को बचना चाह रहे है।इसलिए वे जानकारी देने में पुलिस को टाल रहे है और उच्चाधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है। देहात थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे का कहना है कि हम प्रतिदिन आबकारी अधिकारियो से संपर्क कर रहे है,लेकिन कोई जानकारी नही दी जा रही। जिला आबकारी अधिकारी सत्यनारायण दुबे से संपर्क नही हो पाने से उनका पक्ष नही लिया जा सका। सहायक आबकारी अधिकारी इन्द्रेश तिवारी कहते है कि हमसे कोई जानकारी नही मांगी गई।अब ऐसे में समझ जा सकता है कि अधिकारी कितने सजग है
*होशंगाबाद आबकारी से मिली जानकारी*
जहाँ एक तरफ छिंदवाड़ा आबकारी अधिकारी पुलिस को जानकारी देने में टालमटोली कर रहे है। वहीँ दूसरी तरफ अवैध शराब के ऐसे ही एक मामले में तामिया पुलिस को होशंगाबाद आबकारी विभाग ने जानकारी दे दी है।तामिया टी आई मोहन सिंग मर्सकोले ने बताया कि15-16 जुलाई की दरम्यानी रात तामिया में जुन्नारदेव तिराहा से 27 पेटी यानि 243 लीटर अवैध शराब जब्त की गई थी।छिंदवाड़ा निवासी मंगल सिंह राठौर वाहन क्रमांक mp28ba0576 से अवैध शराब तस्करी कर रहा था। इस मामले में होशंगाबाद आबकारी विभाग से शराब ठेकेदार सम्बन्धी जानकारी मांगी गई थी । 29 अगस्त को होशंगाबाद आबकारी अधिकारी ने जानकारी दिया कि तामिया में पकड़ी गई शराब पिपरिया ग्रुप नम्बर 1 की लायसेंसी जायसवाल के नाम से स्वीकृत की गई थी।बैच नम्बर47/12 की 9 पेटी अंग्रेजी शराब और साथ में 18 पेटी देशी प्लेन और 1 पेटी लाल की पकड़ी गई थी।जानकारी मिलने के बाद अब तामिया पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
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