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"जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया" ने की घटना की निदा एस पी को सौपा ज्ञापन , निष्पक्ष जांच की की मांग
हरदा/ मध्यप्रदेश में पत्रकारों पर आये दिन हमले हो रहे उन्हें झूठे केसों में फसाया जाता है। सत्य और निष्पक्ष खबरे प्रकाशित करने वाले कलमकारों की आवाज को दबाया जाता है और यह सब आपराधिक प्रवर्ति के लोग करते है चाहे वह खनन माफिया , शराब माफिया, या फिर भ्रस्ट अधिकारी या नेता क्यों न हो जब पत्रकार इनके काले कारनामो को उजागर करता है।
पत्रकार गरीब जनता को न्याय और और स्थानीय शासन प्रशासन की मदद के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर रात और दिन देश के एक सच्चे सिपाही की तरह वह भी जनहित में अपनी कलम की धार से गरीबो की आबाज बनकर देश की सेवा में एक अहम योगदान निभाता है। लेकिन चंद रिश्वतखोर अधिकारी दलाल और माफियाओं की जब वह दुकाने बन्द करने का प्रयास करता है तो माफियाओं द्वारा उसे धमकी दी जाती है। मारपीट की जाती है। फिर उसकी झूठी शिकायत पुलिस को कर उसे विभिन्न धाराओ में प्रकरण दर्ज कर उसे मानसिक रूप से परेशान किया जाता है।
और ऐसा ही हरदा जिले के छीपाबड़ थाने में देखने को मिला जहाँ एक पत्रकार ने शराब माफिया के अवैध शराब की बिक्री को लेकर प्रमुखता से खबरे लगाई तो उस पर ठेकेदार के गुंडों ने पहले मारपीट की फिर उसकी शिकायत छीपाबड़ थाने में की और अड़ीबाजी का प्रकरण दर्ज करा दिया।
क्या है मामला
खिरकिया के दैनिक हरिभूमि के पत्रकार नीरज भदौरिया के साथ 10 जनवरी की रात्रि शराब ठेकेदार संजय सिंह एवं साथियो ने मुख्य मार्ग पर गाली गलौज कर मारपीट की और उसके बाद शराब ठेकेदार ने छीपाबड़ पुलिस थाना पहुचकर रात्रि में ही पत्रकार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। शराब ठेकेदार संजय सिंह की शिकायत पर पुलिस ने भी विना जांच पड़ताल के ही एक पत्रकार पर अड़ीबाजी सहित मारपीट का केस दर्ज कर लिया। इधर पत्रकार ने भी थाने में शराब ठेकेदार संजय सिंह के खिलाफ शिकायत की है। पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ अड़ीबाजी व् मारपीट का प्रकरण दर्ज किया और शराब ठेकेदार के खिलाफ मामूली जमानती धाराओं में प्रकरण दर्ज किया।
मेडिकल रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ की शराब ठेकेदार नशे में था। उसके बाद भी छीपाबड़ पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज किया।
अवैध शराब के खिलाफ पत्रकार ने उठाई थी आवाज
ज्ञात हो की नगर सहित जिले में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री हो रही है। जिसको लेकर पत्रकार नीरज भदौरिया ने अपने समाचार पत्र में लगातार अवैध शराब की बिक्री को लेकर खबरे प्रकाशित की थी। जिससे बौखलाकर शराब ठेकेदार ने पत्रकार के साथ मारपीट की जिसमे पत्रकार को कई जगह चोट आई है वही हाथ की अंगुली भी फेक्चर हो गई।।घटना को लेकर स्थानीय पत्रकारों में आक्रोश है। शुक्रवार को विभिन्न पत्रकार संग़ठन के दो दर्जन से अधिक पत्रकार साथियो ने हरदा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौपकर निष्पक्ष जांच की मांग की साथ ही दोषी पुलिस अधिकारी पर भी कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने पत्रकारों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच की बात कही साथ ही इस मामले की जांच के लिए हरदा एसडीओपी मालवीय को सोपी गई है। ज्ञापन सोपते समय वरिष्ठ पत्रकार डी एस चौहान, अब्दुल समद, मुकेश दुबे, प्रमोद सोमानी, अय्यूब खान, हाजी रफीक खान, पंकज तंवर, मोहन गुर्जर, राकेश खरका, शांति जैसानी, अखिलेश बिल्लोरे, भगवान सेन, शेख अफरोज, संजय नामदेव, नारायण नामदेव, संदीप भदौरिया ,सुनील मालाकार गिरिराज माहेश्वरी मालवीय जी सहित कई पत्रकार साथी मौजूद थे।
इनका कहना है।
उक्त मामले की निष्पक्ष जांच हरदा एस डीओपी से कराई जाएगी। जांच उपरांत अगर कोई दोषी पाया जाता है। तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
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