शीघ्रपतन और स्वपनदोष जैसे रोगों को इन चमत्कारी औषधियों से दूर करे |
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इस भीड़-भाड़ और न रुकने वाली जिंदगी में आदमी पीस गया है हर दिन एक नयी परेशानी और एक नया काम के साथ हमेशा परेशान रहता है चाहे वो घर का काम हो या ऑफिस का लेकिन जिनकी नयी-नयी शादी हुई है उनके बीच भी कभी न कभी एक परेशानी जरूर होती है उनके पर्सनल जिंदगी को लेकर भले ही उसके पास सारे सुख-सुविधाएं क्यों न हो फिर भी अगर उन दोनों के पर्सनल लाइफ जैसे सम्भोग सम्बंधित परेशानियां जिससे लड़का ग्रषित हो यह एक छोटी बात नहीं क्योंकि यही से उनके जीवन में ख़ुशी है या नहीं ये बात सीधे उनके निजी जिंदगी से जुड़े होते है।
अगर देखा जाये तो लड़के में ये परेशानियां कभी उनके बीते हुए दिनों के गलतियों के कारण या फिर आज की जिंदगी जिनमे कम्पटीशन,स्ट्रेस और भागदौड़ सम्मिलित है हाँ ये सच है कि इन सभी कारणों से आप उन रोगों को चपेट में आ सकते है जिनसे आपकी निजी जिंदगी की गतिविधियों पे रोक लगा देती है। इसलिए आज मैं उन चमत्कारी आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बताने जा रहा हूँ जिनसे आप इन परेशानियों मुक्त हो सकते है।
1.सिरस
सिरस के फूलों का रस 10 मिलीलीटर या 20 मिलीलीटर सुबह-शाम मिश्री मिले हुए दूध के साथ लेने से वीर्य स्तंभन होता है।
2.बबूल
बबूल के फली का चूर्ण 3 से 6 ग्राम सुबह शाम चीनी मिलकर खाने से शीघ्रपतन में लाभ होता है।
3.असगंध नागौरी
असगंध नागौरी का चूर्ण 1 चम्मच और काली मिर्च के चूर्ण को मिलाकर रोज रात को सोने से पहले शीघ्रपतन और वीर्य सम्बंधित रोग दूर हो जाते है।
4.अंकुरित उड़द
अंकुरित उड़द की दाल में मिश्री या चीनी डालकर कम से कम 58 ग्राम की मात्रा में रोज खाने से शीघ्रपतन दूर हो जाता है। उड़द की बेसन को हल्का घी में भूनकर रख ले। लगभग 50 ग्राम रोज मिश्री मिलें दूध को उबालकर रोज रात में सेवन करने से वीर्य और नपुंसकता से सम्बंधित सभी रोग दूर हो जाती है।
5.गिलोय
गिलोय का चूर्ण और वंशलोचन को बराबर मिला पीस कर 2 ग्राम रोज सेवन करने से शीघ्रपतन नहीं होता।
6.बरगद
बरगद की दूध की बिस से तिस बुँदे बतासे या चीनी में डालकर रोज सेवन करने से शीघ्रपतन की शिकायत दूर हो जाती है।
3 ग्राम बरगद के पेड़ की कोपलें, 3 ग्राम गूलर के पेड़ की छाल और 6 ग्राम मिश्री सिली पर पीसकर लुगदी बना ले, इसे खाकर ऊपर से 250 मिलीलीटर दूध पियें और इसे लगातार 40 दिन पिने से शीघ्रपतन से सम्बंधित सारी रोगों का निवारण हो जाता है।
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