राजगढ़ से प्रेम वर्मा की रिपोर्ट....
राजगढ़ जिले के पचोर में एक अल्पसंख्यक महिला और उसकी जवान पुत्री को पुलिस द्वारा सरेआम मारपीट करते हुए थाने तक घसीट कर ले गए। सहायक उप निरीक्षक के खौफ के चलते महिला को परिवार सहित अपना घर भी छोडऩा पड़ा। पचोर कस्बे की नई कालोनी निवासी जहॅाआरा और उसकी जवान बेटी के हाथ पैरो में पुलिस के अत्याचार के गहरे निशान मौजूद है। इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
रात में पुलिस थाने में रखना चाहता था सहायक उपनिरीक्षक महिला के अनुसार थाने मे ले जाकर पुलिस नगर निरीक्षक हेमपाल सिंघई के सामने सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र सिंह ने लोहे के तार से उसकी एवं पुत्री की बर्बरता से पिटाई की तीन दिन बाद भी दोनों के शरीर पर चोटो के निशान मौजूद है। सहायक उप निरीक्षक महिला की पुत्री को रात में थाने में रखने की जिद कर रहा था मॉं और पुत्री को रात 10 बजे छोड़ा घर से मारपीट करते हुए थाना ले गया सहायक उप निरीक्षक महिला ने बताया कि पचोर निवासी ललता बाई उर्फ अनिता बाई की सास से उसके परिवार जनों ने 17 वर्ष पहले मकान लिया था इसे अपना बताते हुए ललता उसे गाली गलौच एवं मारपीट करती रहती है महिला के अनुसार 14 मार्च की शाम सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र सिंह उसके घर आया ओर चोटी पकडक़र उसे एवं पुत्री को मारपीट करते हुए थाने ले गया इस दौरान जब महिला की छोटी पुत्री बीच में आई तो उसे भी थप्पड़ मार के गिरा दिया। महिला एवं उसके परिवार वालो ने बताया कि पुलिस नगर निरीक्षक हेमपाल सिंघई एवं सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र सिंह ने उन्हें घर छोडऩे की धमकी दी हैं इसलिए वह अपने बच्चों सहित दो दिनों से रात बाहर गुजार रहे है। ऐसे में रिपोर्ट लिखना तो दुसरी बात वह थाने भी नहीं जा सकते।
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