Toc News @ Bhopal
नशा मुक्त भारत आन्दोलन द्वारा आज देश भर में बिहार की तरह शराबबंदी कानून लागू कराने का ज्ञापन सौंपा गया। बडवानी में आज नशामुक्त भारत के राष्ट्रीय संयोजक सुश्री मेधा पाटकर तथा डॉ सुनीलम द्वारा सैकड़ों बडवानी के नागरिकों के साथ बडवानी जिलाधीश को राजघाट पर ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि आबकारी अधिनियम का उल्लंघन करते हुए 24 घंटे हर गाँव में शराब बिक्री चल रही है। ज्ञापन में बताया गया बडवानी में 15 साल से कम उम्र के 20% बालक शराब पी रहे हैं तथा शराब क चलते बड़े पैमाने पर मौतें हो रही हैं जिसके परिणामस्वरूप गाँव में पिछले 10 वर्षों में औसतन 20-25 महिलाएं विधवा हुई हैं। नर्मदा बचाओ आन्दोलन तथा नशा मुक्त भारत आन्दोलन ने सरकार से राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित शराब की दुकानें हटाने, मध्य प्रदेश में बिहार जैसा कड़ा शराबबंदी कानून लागू करने, शराब पीकर वाहन चलने वालों पर कार्यवाही करने, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशनुसार शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर के भीतर शराब तथा धूम्रपान की कोई भी दुकान को हटाने,संविधान की धारा 47 का पालन करने की मांग की गयी है।
राजघाट के धरनास्थल पर 10 राज्यों के लगभग 50 प्रतिनिधि पहुच चुके हैं। धरनास्थल पर उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए सुश्री मेधा पाटकर ने कहा कि कल के कार्यक्रम सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा जिस तरह गणेश विसर्जन हो रहा है उसी तरह समाज में नशा करने वाले भी इस आदत का विसर्जन कर दें ,उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री तथा समाजवादी नेता नितीश कुमार जी के आने से 31 वर्ष से संघर्ष कर रहे कार्यकर्ताओं में नई उर्जा का संचार होगा।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के 45000 परिवारों की पीड़ा को सुनना और जानना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री को आना चाहिए था लेकिन जब वे अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी का निर्वाह करने को तैयार नही हुए तब बुद्ध और लो. जयप्रकाश नारायण की धरती बिहार से नितीश कुमार जी का आना देश के सभी मुख्यमंत्रियों के लिए एक मिशाल है। पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने कहा कि नितीश कुमार एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने न केवल SEZ कानून, भूमि अधिग्रहण कानून, G M ट्रायल्स का विरोध किया बल्कि इसके साथ साथ बिहार प्रदेश में इन कानूनों को लागू नहीं होने दिया। हाल ही मैं G M मस्टर्ड का भी उन्होंने विरोध किया। दिल्ली से आये भूपेंद्र सिंह रावत, बिहार से आये संजय कुमार, गुजरात से आये नीता बहन, मुजाहिद भाई, छिन्द्वारा की एड. आराधना भार्गव, उड़ीसा के लिंगराज भाई आदि ने धरना दे रहे सत्याग्रहियों को संबोधित किया। सत्याग्रह में सम्मिलित होने गुजरात के 200 विस्थापित साथी पहुच चुके हैं। डॉ. विजय विजोलिया ने नशा बंदी को लेकर लोकगीत प्रस्तुत किये।
उमा
कार्यालय सचिव
9971058735
नशा मुक्त भारत आन्दोलन
नशा मुक्त भारत आन्दोलन द्वारा आज देश भर में बिहार की तरह शराबबंदी कानून लागू कराने का ज्ञापन सौंपा गया। बडवानी में आज नशामुक्त भारत के राष्ट्रीय संयोजक सुश्री मेधा पाटकर तथा डॉ सुनीलम द्वारा सैकड़ों बडवानी के नागरिकों के साथ बडवानी जिलाधीश को राजघाट पर ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि आबकारी अधिनियम का उल्लंघन करते हुए 24 घंटे हर गाँव में शराब बिक्री चल रही है। ज्ञापन में बताया गया बडवानी में 15 साल से कम उम्र के 20% बालक शराब पी रहे हैं तथा शराब क चलते बड़े पैमाने पर मौतें हो रही हैं जिसके परिणामस्वरूप गाँव में पिछले 10 वर्षों में औसतन 20-25 महिलाएं विधवा हुई हैं। नर्मदा बचाओ आन्दोलन तथा नशा मुक्त भारत आन्दोलन ने सरकार से राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित शराब की दुकानें हटाने, मध्य प्रदेश में बिहार जैसा कड़ा शराबबंदी कानून लागू करने, शराब पीकर वाहन चलने वालों पर कार्यवाही करने, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशनुसार शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर के भीतर शराब तथा धूम्रपान की कोई भी दुकान को हटाने,संविधान की धारा 47 का पालन करने की मांग की गयी है।
राजघाट के धरनास्थल पर 10 राज्यों के लगभग 50 प्रतिनिधि पहुच चुके हैं। धरनास्थल पर उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए सुश्री मेधा पाटकर ने कहा कि कल के कार्यक्रम सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा जिस तरह गणेश विसर्जन हो रहा है उसी तरह समाज में नशा करने वाले भी इस आदत का विसर्जन कर दें ,उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री तथा समाजवादी नेता नितीश कुमार जी के आने से 31 वर्ष से संघर्ष कर रहे कार्यकर्ताओं में नई उर्जा का संचार होगा।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के 45000 परिवारों की पीड़ा को सुनना और जानना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री को आना चाहिए था लेकिन जब वे अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी का निर्वाह करने को तैयार नही हुए तब बुद्ध और लो. जयप्रकाश नारायण की धरती बिहार से नितीश कुमार जी का आना देश के सभी मुख्यमंत्रियों के लिए एक मिशाल है। पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने कहा कि नितीश कुमार एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने न केवल SEZ कानून, भूमि अधिग्रहण कानून, G M ट्रायल्स का विरोध किया बल्कि इसके साथ साथ बिहार प्रदेश में इन कानूनों को लागू नहीं होने दिया। हाल ही मैं G M मस्टर्ड का भी उन्होंने विरोध किया। दिल्ली से आये भूपेंद्र सिंह रावत, बिहार से आये संजय कुमार, गुजरात से आये नीता बहन, मुजाहिद भाई, छिन्द्वारा की एड. आराधना भार्गव, उड़ीसा के लिंगराज भाई आदि ने धरना दे रहे सत्याग्रहियों को संबोधित किया। सत्याग्रह में सम्मिलित होने गुजरात के 200 विस्थापित साथी पहुच चुके हैं। डॉ. विजय विजोलिया ने नशा बंदी को लेकर लोकगीत प्रस्तुत किये।
उमा
कार्यालय सचिव
9971058735
नशा मुक्त भारत आन्दोलन
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