Present by - toc news
अक्सर हम अपनी इलेक्ट्रॉनिक चीज़े ख़राब होने से उन्हें बेच दिया करते हैं। या फेक दिया करते हैं। क्योंकि वो अब किसी काम की नहीं होती हैं। लेकिन इन्हें ख़राब होने पर अब फेंकिए मत। क्योंकि इनमे पाया जाता हैं सोना। जी हाँ,दुनिया में जितना सोना मौजूद है उसका सात फीसदी सोना आपके मोबाइल और कंप्यूटर्स में पाया जाता है। हम electronic सर्किट वगैरह को बेकार का सामान समझकर फेंक देते हैं, पर क्या आपको पता है कि उसमें होता है सोना।
असल में ,यूके की University of Edinburgh के शोधकर्ताओं का मानना है कि इस कीमती धातु सोना को खराब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ से निकालने के तरीके में सुधार करके हम सोने की खदानों से सोना निकालने की प्रक्रिया को कम कर सकते हैं। इससे सोना खनन के दौरान निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड गैस की मात्रा को कम कर सकते हैं। रिसर्चर्स का मनना है कि इसके प्रयोग से हर साल इलेक्ट्रॉनिक कचरों से लगभग 300 टन सोना निकाला जा सकता है। उन्होंने एक ऐसा तरीका बताय है जो डिवाइसेज़ से सोना निकालने में काफी मददगार रहेगा।
* सोना निकालने की इस विधि में डिवाइसेज़ के प्रिंटेड सर्किट को पहले माइल्ड एसिड में रखा जाता है, जो उसके मेटल वाले पूरे हिस्से को डिसॉल्व कर देती है।
* इसके बाद केमिकल यौगिक मिला हुआ एक तैलीय पदार्थ इसमें मिलाया जाता है। ये पदार्थ गोल्ड को पपड़ी तरह से मिश्रण से निकाल लेता है। इस प्रकार डिवाइसेज़ में मौजूद सोना बाहर आता है।
फ़िलहाल इस केमिकल शोध को लेकर वैज्ञानिक भी काफी एक्साइटेड हैं और उन्हें उम्मीद है कि इससे सामाजिक और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
अक्सर हम अपनी इलेक्ट्रॉनिक चीज़े ख़राब होने से उन्हें बेच दिया करते हैं। या फेक दिया करते हैं। क्योंकि वो अब किसी काम की नहीं होती हैं। लेकिन इन्हें ख़राब होने पर अब फेंकिए मत। क्योंकि इनमे पाया जाता हैं सोना। जी हाँ,दुनिया में जितना सोना मौजूद है उसका सात फीसदी सोना आपके मोबाइल और कंप्यूटर्स में पाया जाता है। हम electronic सर्किट वगैरह को बेकार का सामान समझकर फेंक देते हैं, पर क्या आपको पता है कि उसमें होता है सोना।
असल में ,यूके की University of Edinburgh के शोधकर्ताओं का मानना है कि इस कीमती धातु सोना को खराब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ से निकालने के तरीके में सुधार करके हम सोने की खदानों से सोना निकालने की प्रक्रिया को कम कर सकते हैं। इससे सोना खनन के दौरान निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड गैस की मात्रा को कम कर सकते हैं। रिसर्चर्स का मनना है कि इसके प्रयोग से हर साल इलेक्ट्रॉनिक कचरों से लगभग 300 टन सोना निकाला जा सकता है। उन्होंने एक ऐसा तरीका बताय है जो डिवाइसेज़ से सोना निकालने में काफी मददगार रहेगा।
* सोना निकालने की इस विधि में डिवाइसेज़ के प्रिंटेड सर्किट को पहले माइल्ड एसिड में रखा जाता है, जो उसके मेटल वाले पूरे हिस्से को डिसॉल्व कर देती है।
* इसके बाद केमिकल यौगिक मिला हुआ एक तैलीय पदार्थ इसमें मिलाया जाता है। ये पदार्थ गोल्ड को पपड़ी तरह से मिश्रण से निकाल लेता है। इस प्रकार डिवाइसेज़ में मौजूद सोना बाहर आता है।
फ़िलहाल इस केमिकल शोध को लेकर वैज्ञानिक भी काफी एक्साइटेड हैं और उन्हें उम्मीद है कि इससे सामाजिक और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
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