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भोपाल / सीहोर । राजधानी से करीब 40 किमी दूर सीहोर जिले के गांव झरखेड़ा(श्यामपुर) में हाइवे पर नवजात को बोरे में लपेटकर फेंकने वाली मां भले ही निष्ठुर हो, लेकिन अब उस बच्चे को गोद लेने कई दम्पति सामने आए हैं। पुलिस के पास भोपाल से लेकर सीहोर और आसपास के कस्बों से दर्जनभर फोन आ चुके हैं।
ठिठुरन और भूख से रो रहा था
बच्चाभोपाल-ब्यावरा मार्ग पर दोराहा थाना क्षेत्र के NH 12 की पुलिया के पास शुक्रवार सुबह राहगीरों को एक बोरे में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। राहगीरों ने इसकी सूचना सरपंच प्रतिनिधि और पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर पुलिस ने रस्सी से बंधे बोरे को खोला, तो उसमें एक नवजात जीवित निकला। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शिशु को सीहोर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है। इसके साथ ही अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दोराहा थाना टीआई मुन्नालाल चौधरी ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब क्षेत्र के सरपंच प्रतिनिधि सुरेश कुमार विश्वकर्मा से सूचना मिली थी कि NH 12 की पुलिया के पास एक बंद बोरे में से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दे रही है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जब रस्सी से बंधे बोरे को खोला तो उसमें एक शिशु मिला।
शीतलहर के बीच ठिठुर रहा था बच्चा
पुलिस के मुताबिक, संभवत: कोई बिन ब्याही मां घंटेभर पहले बच्चे को छोड़ा होगा। सीहोर जिला अस्पताल की एक स्टाफ नर्स के मुताबिक, बच्चे को सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हो रही है, लेकिन वो ठीक है। बच्चे को गोद लेने भोपाल और सीहोर जिले से करीब एक दर्जन दम्पति पुलिस को फोन कर चुके हैं। हालांकि इसका फैसला कोर्ट करेगा।
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