कांग्रेस ने गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल पूछा कि सरकार कच्चे तेल की कीमतें कम होने का फायदा उपभोक्ताओं को क्यों नहीं दे रही है? उन्होंने सरकार पर कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च होने वाले धन में कटौती करने का भी आरोप लगाया।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान तेल की कीमतों का मुद्दा उठाते हुए खड़गे ने कहा कि बीजेपी के सत्ता में आने से दो महीने पहले मार्च 2014 में तेल की कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल थी जो कि घटकर जून 2016 में 40 डॉलर प्रति बैरल रह गई है। खड़गे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जिस तरह से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आई है उस अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी नहीं देखी जा रही। डीजल पर उत्पाद शुल्क 386 प्रतिशत और पेट्रोल पर 126 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘उपभोक्ताओं को कच्चे तेल की कीमतों में कमी का फायदा नहीं मिल रहा है। सारा पैसा सरकार की तिजोरी में जा रहा।’ उन्होंने बताया कि सरकार को कच्चे तेल के दाम में कमी से 5,50,000 करोड़ रुपये का फायदा मिला है। लोकसभा में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इन्होंने (सरकार में शामिल लोग) कल्याणकारी योजनाओं के धन में कटौती की है। सरकार को बताना चाहिए कि इन्होंने किस सामाज कल्याण योजना में धन का निवेश किया है।’
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