मेरठ. एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने मेरठ पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने उन्नाव गैंगरेप कांड में लापरवाही बरतने वाले पुलिस वालों पर कार्रवाई के सवाल पर भड़क गए। डॉ. शर्मा अपना आपा खोते हुए बेशर्म बयानबाजी करने लगे।
इस मामले में अपनी सरकार की कार्रवाई को जायज ठहराते हुए उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों और अफसरों को सस्पेंड किया जा चुका है, यही कार्रवाई की जाती है, लेकिन उन्हें अब फांसी पर थोड़े चढ़ा देंगे।
इसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार ने तत्परता से कार्रवाई कर एक मिसाल कायम की है। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई को सूचित करते हुए विधायक को तत्काल गिरफ्तार कराया गया। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद संगठन स्तर पर भी निर्णय होगा।
गौरतलब है कि इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से मुख्यमंत्री से गुहार के बाद भी एक साल तक एफआईआऱ दर्ज नहीं हुई थी। पीड़िता के आत्मदाह की धमकी और उसके पिता की हत्या के बाद आरोपी विधायक कुल्दीप सिंह सेंगर के भाई पर तो मामला दर्ज किया गया, लेकिन विधायक आजाद घूमता रहा। जब मीड़िया और जमता का दबाव बड़ा तब जाकर सीबीआई ने आरोपी विधायक को गिरफ्तार किया था।
उन्नाव मामले पर उल्टे सपा पर ही साधा निशाना
डिप्टी सीएम ने उन्नाव केस पर बोलते हुए कहा कि हमारी पार्टी गायत्री प्रसाद प्रजापति जैसे लोगों को संरक्षण देने वाली पार्टी नहीं है। गायत्री पर अक्टूबर में रेप के आरोप लगे थे, लेकिन सपा सरकार जब तक खत्म नहीं हुई, तब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन उनकी सरकार में ऐसा नहीं है, जैसे ही उन्नाव कांड की सूचना मिली, त्वरित कार्रवाई करते हुए एसआईटी की टीम गठित की गई। दो दिन में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी। उन्होंने कहा कि दागियों और अपराधियों की जगह भाजपा में नहीं है। सरकार की शक्तियों का जो दुरुपयोग करेगा उसे कानून के दायरे में आकर सजा भी भुगतना पड़ेगा।
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