रिटायर्ड सहकारिता निरीक्षक से मांगा था 2 हजार
04, Jun, 2011, Saturday
जांजगीर ! जिले की सहाकारिता सहायक पंजीयक अंकेक्षण विभाग के सहायक ग्रेड 02 को एंटी करप्शन की टीम ने 2 हजार की रिश्वत लेते आज रंगे हाथो पकड़ लिया। सहकारिता विभाग मे पदस्थ स्थापना एवं लेखा शाखा के बाबू रामकुमार पिता चैतराम मेहर ने अपने ही विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी से उक्त रकम की मांग की थी।
राजेन्द्र प्रसाद वर्मा जो कि सहकारिता निरीक्षक के पद से गत् 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए थे। जिनके पेंशन प्रकरण आदि के लिए वे अपने विभाग का लगातार चक्कर काट रहे थे, वजह यही था कि उक्त लिपिक लगातार रिश्वत की मांग करते हुए मामला लटकाये रखा। अंतत: तंग आकर 1 जून को श्री वर्मा एंटी करप्शन ब्यूरो की शरण लेते हुए अपनी व्यथा सुनाई जिसकी पुष्टि उपरान्त आज एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उनके दफ्तर से ही रिश्वत की राशि सहित आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध मे एसीबी के डीएसपी अनिल पाठक ने बताया कि सहायक रजिस्टार सहकारी सोसायटी के सेवानिवृत्त सहकारी निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद वर्मा ने उनके कार्यालय मे गत 01 जून को शिकायत दर्ज कराया था कि उनके सेवानिवृत्ति पश्चात मिलने वाली अंतरिम राहत वेतन, लीव सरेंडर, जीआईएस, परिवार कल्याण निधि, वेतनमान का एरियस व छठवें वेतनमान की एरियस का भुगतान लेने जिला कार्यालय के स्थापना व लेखा शाखा मे गये तब सहायक ग्रेड 02 रामकुमार मेहर ने उनसे उस कार्य के बदले मे रिश्वत की मांग की किंतु वे रिश्वत देने के पक्ष मे नही थे और इसकी शिकायत 01 जून को एसीबी कार्यालय बिलासपुर मे किया जिसका विभाग द्वारा सत्यापन करने पर शिकायत सही पाया गया और उसी मामले मे आज दबिश देकर आरोपी रामकुमार मेहर की सफारी के दाहिने जेब से दो हजार रूपये नकद बरामद किया गया है। ज्ञात हो कि राजेन्द्र प्रसाद वर्मा गत अप्रैल की 30 तारीख को सेवानिवृत्त हुए थे उसके पश्चात अपनी बकाया राशि लेने के लिए उसी विभाग मे ही उससे रिश्वत की मांग किया जा रहा था जहां उसने वर्षो तक अपनी सेवा दी जिससे वे काफी आहत थे और इसकी शिकायत एसीबी बिलासपुर मे किया जिसके बाद यह कार्यवाही सामने आया है। जिस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7,13,1 (डी), 13 (2) के तहत अपराध पंजीबध्द न्यायालय मे पेश किया गया जहां आरोपी रामकुमार मेहर की जमानत याचिका को नामंजूर करते हुए जेल दाखिल का आदेश पारित कर दिया है और आरोपी को जिला जेल भेज दिया गया है।
04, Jun, 2011, Saturday
जांजगीर ! जिले की सहाकारिता सहायक पंजीयक अंकेक्षण विभाग के सहायक ग्रेड 02 को एंटी करप्शन की टीम ने 2 हजार की रिश्वत लेते आज रंगे हाथो पकड़ लिया। सहकारिता विभाग मे पदस्थ स्थापना एवं लेखा शाखा के बाबू रामकुमार पिता चैतराम मेहर ने अपने ही विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी से उक्त रकम की मांग की थी।
राजेन्द्र प्रसाद वर्मा जो कि सहकारिता निरीक्षक के पद से गत् 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हुए थे। जिनके पेंशन प्रकरण आदि के लिए वे अपने विभाग का लगातार चक्कर काट रहे थे, वजह यही था कि उक्त लिपिक लगातार रिश्वत की मांग करते हुए मामला लटकाये रखा। अंतत: तंग आकर 1 जून को श्री वर्मा एंटी करप्शन ब्यूरो की शरण लेते हुए अपनी व्यथा सुनाई जिसकी पुष्टि उपरान्त आज एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उनके दफ्तर से ही रिश्वत की राशि सहित आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध मे एसीबी के डीएसपी अनिल पाठक ने बताया कि सहायक रजिस्टार सहकारी सोसायटी के सेवानिवृत्त सहकारी निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद वर्मा ने उनके कार्यालय मे गत 01 जून को शिकायत दर्ज कराया था कि उनके सेवानिवृत्ति पश्चात मिलने वाली अंतरिम राहत वेतन, लीव सरेंडर, जीआईएस, परिवार कल्याण निधि, वेतनमान का एरियस व छठवें वेतनमान की एरियस का भुगतान लेने जिला कार्यालय के स्थापना व लेखा शाखा मे गये तब सहायक ग्रेड 02 रामकुमार मेहर ने उनसे उस कार्य के बदले मे रिश्वत की मांग की किंतु वे रिश्वत देने के पक्ष मे नही थे और इसकी शिकायत 01 जून को एसीबी कार्यालय बिलासपुर मे किया जिसका विभाग द्वारा सत्यापन करने पर शिकायत सही पाया गया और उसी मामले मे आज दबिश देकर आरोपी रामकुमार मेहर की सफारी के दाहिने जेब से दो हजार रूपये नकद बरामद किया गया है। ज्ञात हो कि राजेन्द्र प्रसाद वर्मा गत अप्रैल की 30 तारीख को सेवानिवृत्त हुए थे उसके पश्चात अपनी बकाया राशि लेने के लिए उसी विभाग मे ही उससे रिश्वत की मांग किया जा रहा था जहां उसने वर्षो तक अपनी सेवा दी जिससे वे काफी आहत थे और इसकी शिकायत एसीबी बिलासपुर मे किया जिसके बाद यह कार्यवाही सामने आया है। जिस पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7,13,1 (डी), 13 (2) के तहत अपराध पंजीबध्द न्यायालय मे पेश किया गया जहां आरोपी रामकुमार मेहर की जमानत याचिका को नामंजूर करते हुए जेल दाखिल का आदेश पारित कर दिया है और आरोपी को जिला जेल भेज दिया गया है।
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