संवाददाता// परम सुख पाल (बैरसिया // टाइम्स ऑफ क्राइम)
संवाददाता से संपर्क:- 9098128726
toc news internet channel
toc news internet channel
बैरसिया से 7 कि.मी. दूरी पर स्थित ग्राम विरहा श्याम खेडी में एक महिला एवं उसके चार लडक़ों के साथ की मारपीट और माचिस से लगादी घर मे आग, लगभग आधा घर हुआ जलकर खाक। पिडि़त महिला श्रीमति रेबती बाई ने हमारे संवाददाता को बताया पूरा हाल। रेवती बाई ने बताया कि वह अपने पुत्रों के साथ घर थी, गुरुवार 9 जून की रात करीब 9 बजे पड़ोस में रहने वाले सरदार सिंह एवं लच्छा मेहर उक्त महिला के घर आए और कहा कि हमारे यहां जगह की कमी है, हम शादी का सामान (खाना) आपके घर बनवा लें, सेवा भाव से रेवती बाई ने स्वीकृति दे दी, इसी बीच पड़ोस में रहने वाला लक्ष्मी नारायण मेहर अपने दोनों लडकों को लेकर वहां आ गया और रेवती बाई से बोला कि उनका खाना यहां नही बनेगा, यह घर मेरा है और उक्त महिला एवं उसके लडक़ों को गंदी-गंदी गालियां देने लगा, महिला के लडक़ो ने गाली बकने का मना किया तो लक्ष्मीनारायण एवं उसके दोनों लडक़ो ने हमला कर दिया। इसी दौरान लक्ष्मीनारायण मेहर ने माचिस निकाली और रेवती बाई के घर में आग लगा दी, चूंकी घर के कुछ हिस्से में पन्नी होने के कारण आग जल्दी जोर पकड़ गयी, घर में लगी आग देखकर रेवती बाई परिवार सहित घबरा गई और मदद के लिये चिल्लाने लगी, जब कोई मदद को आगे बढ़ते नही दिखा तो उक्त महिला अपने बड़े बेटे राजकुमार को ले के बैरसिया थाना पहुंची और शिकायत दर्ज की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, घर में आग लगी हुई थी, घर धूं-धूं कर जल रहा था, पुलिस ने लोगों की मदद से घर की आग बुंझाई एवं पंचनामा बनाया और केस दर्ज किया लेकिन पुलिस कार्यवाही नही कर रही है, छोटे भाई के सरपंच होने से लक्ष्मीनारायण अपनी मनमानी दादागिरी करता है। लक्ष्मीनारायण सरपंच रमेशचंद्र मेहर का बड़ा भाई है, इसी दहशत से मोहल्ले के लोग खड़े-खड़े तमाशा देखते रहे कोई आग बुझाने आगे नही बढ़ा और इस विधवा महिला का आधा घर जल कर राख हो गया समाचार लिखे जाने तक पुलिस अपराधी लक्ष्मीनारायण को गिरफ्तार नहीं कर सकी, बताया जाता है कि वह फरार हो गया है। जबकि वह खुलेआम गांव में घूम रहा है, जब से छोटा भाई सरपंच बना है तब से लक्ष्मीनारायण अहंकारवश दारू पीकर चौराहों पर गाली गलोच करता है। इस अग्निकाण्ड के 12 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अपराधी को गिरफ्तार नही कर पाई है। इसे पुलिस की उदासीनता ही कह सकते हैं वैसे भी बैरसिया पुलिस की उपलब्धियां जग जाहिर हैं। अपराधी खुलेआम घुम रहा है और पुलिस हाथ धरे बैठी है। खबरें और भी हैं अगले अंक में जरूर पढें़।
No comments:
Post a Comment