ब्यूरो प्रमुख // संतोष प्रजापति
(बैतूल// टाइम्स ऑफ क्राइम) ब्यूरो प्रमुख से संपर्क:-: 88716 46470
बैतूल. बैतूल जिले की 558 ग्राम पंचायतो में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के तहत भेजी गई राशी से बहुचर्चित पोल फेसिंग तार की बाड़ लगाई गई लेकिन यहों पर बाड़ खेत को न खाकर पूरी पंचायत को ही खा गई।
इस बहुचर्चित मामले में चल रही नियम विरूद्ध खर्च की गई राशी की अब वसूली की जा रही है। हाल ही में बैतूल एसडीएम संजीव श्रीवास्तव ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी ग्राम पंचायतो के तत्कालीन सरपंच-सचिव के साथ-साथ अधिकारियों को भी बराबर का सहभागी मानते हुए सहायक यंत्री और उपयंत्रियों को भी वसूली के लिए पार्टी बनाया है और उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। फिलहाल जनपद पंचायत चिचोली के अंतर्गत आने वाली पंचायतों में ही यह व्यवस्था लागू की गई है। बैतूल एसडीएम द्वारा जारी नोटिस के अनुसार मनरेगा के तहत तार पोल फेसिंग मामले में उस समय पदस्थ सहायक यंत्री एके जैन, एमआर साहू, एमआर बंसोड़ सहित उपयंत्री एलके शर्मा, केसी शर्मा, राकेश चक्रवर्ती, एके पटेल, विमल जैन, एसजी बावरिया को भी बराबर का जिम्मेदार माना गया है।
चिचोली जनपद के अंतर्गत तीस पंचायतें आती हैं और प्रत्येक पंचायत को तारपोल फेंसिंग के लिए 3 लाख 72 हजार की टीएस जारी की गई थी, जिसमें पंचायतों द्वारा अलग-अलग राशि खर्च की गई। 30 पंचायतों में मिलाकर करीब 40 लाख 15 हजार रूपए खर्च किए गए और यह राशि अब सरपंच-सचिवों के साथ-साथ उक्त तकनीकी अधिकारियों से भी वसूल की जा रही है। जो व्यवस्था है उसमें प्रत्येक पंचायत में खर्च राशि को वसूली के लिए चार भाग में बांटा गया है। चिचोली जनपद अंतर्गत तारपोल फेसिंग मामले में सरपंच-सचिव के साथ-साथ सहायक यंत्री और उपयंत्रियों को भी बराबर का दोषी माना गया है। इसलिए इन्हें भी वसूली में पार्टी बनाया गया है।
एक अन्य मामले में बैतूल जनपद के तीन सीईओ, दो उपयंत्री और देवगांव के तत्कालीन सरपंच, सचिव भी वसूली के दायरे में आ रहे हैं। देवगांव पंचायत में मनरेगा के तहत विभिन्न निर्माण कार्यो में करीब 12.26 लाख रूपए की रिकवरी जांच के उपरांत निकाली गई है। इसके लिए बैतूल जनपद में पदस्थ रहे सीईओ विक्रमसिंह भुटानिया, जीके शास्त्री, एसएस चौहान, सहायक यंत्री विवेक यादव, सुशील चौरसिया, सरपंच सुखराम पालीवाल, सचिव सुरेश धामोड़ी को वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। बैतूल जिले में मुलताई, भैसदेही, शाहपुर, तहसील क्षेत्रो की ग्राम पंचायतो में भी मनरेगा के तहत खर्च की गई राशी की अब बड़े पैमाने पर वसूली की जाएगी जो कि करोड़ो में बताई जा रही है।
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