क्राइम रिपोर्टर// लखनलाल (कटनी // टाइम्स ऑफ क्राइम)
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कटनी. शहर में हर रोज कई क्विंटल मांस क्रय-विक्रय होता हैं, जिसके लिए दर्जनों बकरे हलाल किये जाते हैं। मुख्य रूप से यह काम मिशन चौक स्थित मीट मार्केट, एन.के.जे और माधवनगर में होता हैं। मिशन चौक में ही अकेले मांस का क्रय- विक्रय करने वाले एक दर्जन से अधिक लोग हैं जबकि माधवनगर व एनकेजे में कुछ ही लोग यह काम कर रहे हैं। सबसे बड़ी और समझने वाली बात यह हैं कि मांस का क्रय-विक्रय का लाइसेंस जारी करने वाली नगर निगम के रिकार्ड में न तो एक भी वैध स्लाटर हाउस हैं और न ही किसी को इसका लाइसेंस दिया गया हैं।
हर जगह लोग मनमाने तरीके से बकरों आदि का वध कर बेच रहे हैं। और आपको यह जान कर झटका लग सकता हैं कि आप जो मांस खरीद रहे हैं मांस के साथ में गंभीर बीमारियां मुफ्त में दे रहा हैं। डॅंक्टरी परिक्षण के बिना कट रहे बकरे अपने साथ कई बीमारियां लोगो के पेट तक पहॅंचा रहे हैं। नगर निगम ने यूं तो कागजो में मांस के क्रय- विक्रय और भंडारण के लिए नियम कायदे तय कर रखे हैं, लेकिन उनका पालन नहीं हो रहा हैं, जिससे मांसाहारियों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा हैं। हद तो यह हैं कि निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को ही पशु वध के नियमों और लाइसेंसियों की मुकम्मल जानकारी नहीं हैं। इतना ही नहीं संक्रमण के करण खतरनाक बीमारियां परोसने में बकरे व अन्य पशु ही नहीं बल्कि मुर्गियां भी उतनी ही जिम्मेदार होती हैं।
मगर इनकी जांच का अब तक न तो कोई प्रावधान हैं और न ही इनकी जांच की जाती हैं। इस संबंध में नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग ने अब तक कोई पत्र जारी नहीं किया हैं। जानकारी के अनुसार शहर के कई क्षेत्रों में मिलने वाला चिकन संक्रमित होता हैं, जिससे लोग बीमार होकर अस्पताल पहॅंच जाते हैं। संक्रमित बकरे अथवा मुर्गियों का सेवन बिना परिक्षण करने से ट्यूबर, क्लोसिस, हाइडेटेड सिस्ट, फूड प्वाइजिंग, एंथ्रेक्स और बर्ड फ्लू जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा भी कई रोग हैं जो ऐसे मांस के सेवन से हो सकते हैं। मगर मांसाहार करने वाले और विक्रेता इसे गंभीरता से नहीं लेते। नियम के अनुसार पशु वध के लिए नियमत: वध से पूर्व डॅंाक्टरी परीक्षण किया जाना अनिवार्य हैं। एंटी मार्टम टेस्ट के बाद डॅंाक्टर उक्त पशु पर सील लगाता हैं इसके बाद ही इन पशुओं को लाइसेंसी वधकर्ता द्वारा हलाल किया जाता हैं।
यदि जांच में पशु किसी बीमारी से संक्रमित पाया जाता हैं तो उसे काटने की अनुमति नहीं दी जा सकती। निगम ने मिशन चौक में पशु वध के लिए सुबह सात से आठ बजे का समय र्निधारित कर रखा हैं। जहां निगम के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व डॉंक्टर की मौजूदगी में पशुओं की जांच और वध किया जाना चाहिए। मगर वर्तमान में डॉंक्टरों की कमी के कारण बिना परिक्षण के बकरे हलाल किए जा रहे हैं।
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