रचना जी ! आप कह रही हैं कि आप जा रही हैं तो आप शायद रूकेंगी नहीं।
आप कह रही हैं कि जो आप करने आई थीं वह काम हो गया है।
आप क्या करने आई थीं ?
जाने से पहले यह ज़रूर बता दीजिए और जब आप बताएंगी तो आपको ख़ुद पता चल जाएगा कि वह काम पूरी ज़िंदगी चाहता है। पांच साल कम हैं किसी भी सकारात्मक परिवर्तन के लिए।
बहरहाल हम आपसे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि आप हमारे दरम्यान बनी रहें।
आपका चले जाना हमारे लिए एक बुरी ख़बर है।
आप जहां भी रहेंगी, कुछ लोगों को सदा याद आती ही रहेंगी।
उपरोक्त स्टेटमैन हमारा है जो कि हमने रचना जी की पोस्ट पर दिया है।
वह कह रही हैं कि ये नारी ब्लॉग पर मेरी अंतिम पोस्ट है
आप कह रही हैं कि जो आप करने आई थीं वह काम हो गया है।
आप क्या करने आई थीं ?
जाने से पहले यह ज़रूर बता दीजिए और जब आप बताएंगी तो आपको ख़ुद पता चल जाएगा कि वह काम पूरी ज़िंदगी चाहता है। पांच साल कम हैं किसी भी सकारात्मक परिवर्तन के लिए।
बहरहाल हम आपसे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि आप हमारे दरम्यान बनी रहें।
आपका चले जाना हमारे लिए एक बुरी ख़बर है।
आप जहां भी रहेंगी, कुछ लोगों को सदा याद आती ही रहेंगी।
उपरोक्त स्टेटमैन हमारा है जो कि हमने रचना जी की पोस्ट पर दिया है।
वह कह रही हैं कि ये नारी ब्लॉग पर मेरी अंतिम पोस्ट है
आप भी देखिए रचना जी की आख़िरी पोस्ट।