गुजरात दलित अत्याचार पर अजा व अजजा के की चुप्पी शर्मनाक! चुप्पी साधे बैठे पूर्व, वर्तमान एवं भावी जनप्रतिनिधियों से अगले चुनाव में HRD द्वारा जवाब तलब किया जाएगा।-डॉ.पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
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Present by - Toc News
अजा और अजजा वर्गों में शामिल वंचित जातियों के संवैधानिक, वैधानिक और प्रशासनिक हकों की रक्षण और प्रतिरक्षण के लिये संविधान में अनेक प्रावधान किये गये हैं। अजा एवं अजजा के लिये सुरक्षित निर्वाचित क्षेत्रों से निर्वाचित जनप्रतिनिधि इन सबके गारंटर की हैसियत से विधायिका में अजा एवं अजजा प्रतिनिधित्व करने को संवैधानिक रूप से बाध्य हैं।
गुजरात में दलितों के साथ गाय की हत्या के नाम पर सार्वजनिक रूप से जो वीभत्स और क्रूरतापूर्ण कुकृत्य किया गया, उस पर गुजरात और पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राज्स्थान के पूर्व तथा वर्तमान विधायकों और सांसदों की चुप्पी शर्मनाक है।
इनकी चुप्पी ही वंचित वर्गों पर हो रहे अत्याचारों की बड़ी वजह है। अतः हक रक्षक दल (HRD) सामाजिक संगठन इन सभी से मांग करता है कि दलगत राजनीतिक कैद से बाहर निकलकर गुजरात दलित अत्याचार मामले पर आवाज उठायें। अन्यथा गुजरात का प्रयोग पड़ौसी राज्यों और देश के अन्य हिस्सों में भी दोहराया जा सकता है।
अतः चुप्पी साधे बैठे पूर्व, वर्तमान एवं भावी जनप्रतिनिधियों से सार्वजनिक रूप से आग्रह है कि यदि आज आप आवाज नहीं उठाएंगे तो आने वाले चुनावों के समय हक रक्षक दल आम जनता के माध्यम से आप से सार्वजनिक रूप से इस बारे जवाब पूछने और आपका विरोध करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा।
नोट : 🙏सभी मित्रों से निवेदन है कि इसे अजा एवं अजजा के सभी पूर्व, वर्तमान और दावेदार भावी जनप्रतिनिधियों को भेजकर उनकी जवाबदारी निर्धारित करने में सहयोग करें।
हमारा मकसद साफ़!
सभी के साथ इंसाफ!
सेवासुत डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
राष्ट्रीय प्रमुख-हक रक्षक दल (HRD) सामाजिक संगठन
25.07.2016, 09.24, 09875066111
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अजा और अजजा वर्गों में शामिल वंचित जातियों के संवैधानिक, वैधानिक और प्रशासनिक हकों की रक्षण और प्रतिरक्षण के लिये संविधान में अनेक प्रावधान किये गये हैं। अजा एवं अजजा के लिये सुरक्षित निर्वाचित क्षेत्रों से निर्वाचित जनप्रतिनिधि इन सबके गारंटर की हैसियत से विधायिका में अजा एवं अजजा प्रतिनिधित्व करने को संवैधानिक रूप से बाध्य हैं।
गुजरात में दलितों के साथ गाय की हत्या के नाम पर सार्वजनिक रूप से जो वीभत्स और क्रूरतापूर्ण कुकृत्य किया गया, उस पर गुजरात और पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राज्स्थान के पूर्व तथा वर्तमान विधायकों और सांसदों की चुप्पी शर्मनाक है।
इनकी चुप्पी ही वंचित वर्गों पर हो रहे अत्याचारों की बड़ी वजह है। अतः हक रक्षक दल (HRD) सामाजिक संगठन इन सभी से मांग करता है कि दलगत राजनीतिक कैद से बाहर निकलकर गुजरात दलित अत्याचार मामले पर आवाज उठायें। अन्यथा गुजरात का प्रयोग पड़ौसी राज्यों और देश के अन्य हिस्सों में भी दोहराया जा सकता है।
अतः चुप्पी साधे बैठे पूर्व, वर्तमान एवं भावी जनप्रतिनिधियों से सार्वजनिक रूप से आग्रह है कि यदि आज आप आवाज नहीं उठाएंगे तो आने वाले चुनावों के समय हक रक्षक दल आम जनता के माध्यम से आप से सार्वजनिक रूप से इस बारे जवाब पूछने और आपका विरोध करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा।
नोट : 🙏सभी मित्रों से निवेदन है कि इसे अजा एवं अजजा के सभी पूर्व, वर्तमान और दावेदार भावी जनप्रतिनिधियों को भेजकर उनकी जवाबदारी निर्धारित करने में सहयोग करें।
हमारा मकसद साफ़!
सभी के साथ इंसाफ!
सेवासुत डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
राष्ट्रीय प्रमुख-हक रक्षक दल (HRD) सामाजिक संगठन
25.07.2016, 09.24, 09875066111
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