Jul 11, 2016, Toc News
जिंदा चूहे के सिर को चबाते हुए अपना वीडियो फेसबुक पर डालने वाले ऑस्ट्रेलिया के एक 25 वर्षीय व्यक्ति को 100 घंटे की कम्युनिटी सर्विस की सजा सुनाई गई है. इसके साथ ही तीन साल के लिए उसके लिए पालतू जानवर रखने पर रोक लगा दी गई है. कोर्ट ने उसके इस व्यवहार को विक्षिप्त व्यवहार की श्रेणी में रखा है.
ब्रिस्बेन के एल्बियन का रहने वाला मैथ्यु मैलोनी (मैड मैट) को ब्रिस्बेन की मजिस्ट्रेट अदालत ने पशुओं के साथ बर्बरता का दोषी पाया. यह वीडियो जनवरी में पोस्ट किया गया था और इसे हजारों बार देखा जा चुका है. इसमें मैलोनी एक बक्से से अपने पालतू चूहे को निकालता है और उसका सिर चबा जाता है. इसके बाद वह वोदका पीता है. इस वीडियो की बहुत आलोचना हुई थी.
'यह व्यवहार माफी लायक नहीं'
मैलोनी की इस हरकत को हद दर्जे की आत्ममुग्धता करार देते हए मजिस्ट्रेट सुजेट कोट्स ने कहा, 'उसका यह व्यवहार माफी लायक नहीं है. जिन लोगों ने इस वीडियो को देखा है वे समझ सकते हैं कि यह और कुछ नहीं बल्कि बेवकूफी और मूर्खता है.' 'ब्रिस्बेन टाइम्स' के मुताबिक, कोट्स ने कहा कि यह आपका ध्यान आकर्षित करने का तरीका है. अब लोगों को ध्यान आपकी ओर है, लेकिन शायद इस तरह का ध्यान आगे से आप अपनी ओर नहीं चाहेंगे.
जज ने मैलोनी को 100 घंटे सामुदायिक सेवा करने का दंड दिया है और तीन साल तक पालतू जानवर रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है. उससे अदालत के खर्च के रूप में 89 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी करीब 4518 रुपये जमा करने को भी कहा है.
'वह सिर्फ 29 सेकेंड का दर्द था'
मैलोनी ने कहा, 'मैं अदालत के फैसले को मानता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि जो मैंने किया वह इतना बुरा था.' उसने यह भी मानने से इनकार कर दिया कि उसकी इस हरकत से चूहे को कोई तकलीफ हुई होगी. उसने कहा, 'यह केवल 29 सेकेंड का दर्द था.'
जिंदा चूहे के सिर को चबाते हुए अपना वीडियो फेसबुक पर डालने वाले ऑस्ट्रेलिया के एक 25 वर्षीय व्यक्ति को 100 घंटे की कम्युनिटी सर्विस की सजा सुनाई गई है. इसके साथ ही तीन साल के लिए उसके लिए पालतू जानवर रखने पर रोक लगा दी गई है. कोर्ट ने उसके इस व्यवहार को विक्षिप्त व्यवहार की श्रेणी में रखा है.
ब्रिस्बेन के एल्बियन का रहने वाला मैथ्यु मैलोनी (मैड मैट) को ब्रिस्बेन की मजिस्ट्रेट अदालत ने पशुओं के साथ बर्बरता का दोषी पाया. यह वीडियो जनवरी में पोस्ट किया गया था और इसे हजारों बार देखा जा चुका है. इसमें मैलोनी एक बक्से से अपने पालतू चूहे को निकालता है और उसका सिर चबा जाता है. इसके बाद वह वोदका पीता है. इस वीडियो की बहुत आलोचना हुई थी.
'यह व्यवहार माफी लायक नहीं'
मैलोनी की इस हरकत को हद दर्जे की आत्ममुग्धता करार देते हए मजिस्ट्रेट सुजेट कोट्स ने कहा, 'उसका यह व्यवहार माफी लायक नहीं है. जिन लोगों ने इस वीडियो को देखा है वे समझ सकते हैं कि यह और कुछ नहीं बल्कि बेवकूफी और मूर्खता है.' 'ब्रिस्बेन टाइम्स' के मुताबिक, कोट्स ने कहा कि यह आपका ध्यान आकर्षित करने का तरीका है. अब लोगों को ध्यान आपकी ओर है, लेकिन शायद इस तरह का ध्यान आगे से आप अपनी ओर नहीं चाहेंगे.
जज ने मैलोनी को 100 घंटे सामुदायिक सेवा करने का दंड दिया है और तीन साल तक पालतू जानवर रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है. उससे अदालत के खर्च के रूप में 89 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी करीब 4518 रुपये जमा करने को भी कहा है.
'वह सिर्फ 29 सेकेंड का दर्द था'
मैलोनी ने कहा, 'मैं अदालत के फैसले को मानता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि जो मैंने किया वह इतना बुरा था.' उसने यह भी मानने से इनकार कर दिया कि उसकी इस हरकत से चूहे को कोई तकलीफ हुई होगी. उसने कहा, 'यह केवल 29 सेकेंड का दर्द था.'
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