Jul 24, 2016, // Toc News
रांची। दिल्ली से छुड़ाकर झारखंड की छह नाबालिग लड़कियों को रांची लाया गया है। ये सभी गुमला, साहेबगंज और चाईबासा जिले की हैं। ये सभी महिला ट्रैफिकिंग की शिकार होकर दिल्ली पहुंची थी। रांची आई साहेबगंज जिले की एक नाबालिग लड़की ने अपना दर्द मीडिया को बताया। लड़की के अनुसार, जब वह अपने ससुराल से भागकर अपने मायके आई तो उसके भाई ने उसके पूरे कपड़े उतार कर पीटा था। उसे बहुत टॉर्चर किया गया। ऐसी है इनकी दर्द भरी दास्तान...
- इन लड़कियों को रांची लाने के लिए भारतीय किसान संघ का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया था। वहीं से स्वर्णजयंती एक्सप्रेस से सभी गुरुवार को रांची पहुंचे।
- मौके पर झारखंड राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष शांति किंडो और संस्था के संजय कुमार मिश्रा उपस्थित थे।
- इनमें गुमला की एक लड़की ने बताया कि कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में नामांकन नहीं होने के बाद वह दलाल संग दिल्ली चली गई थी।
- वहीं, साहेबगंज के 16 साल की लड़की ने कहा कि 12 साल की उम्र में ही उसकी शादी कर दी गई थी। वहां से भागकर जब घर पहुंची तो घरवाले ने खूब पिटाई की। वह पढ़ना चाहती थी।
- कई लड़कियों की कहानी भी कमोबेश ऐसी ही थी। किसी को उसका दोस्त बहका कर ले गया तो किसी के हालत का फायदा उठाकर उन्हें या तो बेच दिया गया या जबरन गलत कामों में फंसा दिया गया।
- सफलता नहीं मिली तो दिल्ली चली गई। इन सभी लड़कियों को सीडब्ल्यूसी की सदस्य मीरा मिश्रा ने तत्काल प्रेमाश्रय नाम जगह में ठहरने के लिए भेजा है। इनके घरवालों से संपर्क किया जा रहा है।
रांची। दिल्ली से छुड़ाकर झारखंड की छह नाबालिग लड़कियों को रांची लाया गया है। ये सभी गुमला, साहेबगंज और चाईबासा जिले की हैं। ये सभी महिला ट्रैफिकिंग की शिकार होकर दिल्ली पहुंची थी। रांची आई साहेबगंज जिले की एक नाबालिग लड़की ने अपना दर्द मीडिया को बताया। लड़की के अनुसार, जब वह अपने ससुराल से भागकर अपने मायके आई तो उसके भाई ने उसके पूरे कपड़े उतार कर पीटा था। उसे बहुत टॉर्चर किया गया। ऐसी है इनकी दर्द भरी दास्तान...
- इन लड़कियों को रांची लाने के लिए भारतीय किसान संघ का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया था। वहीं से स्वर्णजयंती एक्सप्रेस से सभी गुरुवार को रांची पहुंचे।
- मौके पर झारखंड राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष शांति किंडो और संस्था के संजय कुमार मिश्रा उपस्थित थे।
- इनमें गुमला की एक लड़की ने बताया कि कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में नामांकन नहीं होने के बाद वह दलाल संग दिल्ली चली गई थी।
- वहीं, साहेबगंज के 16 साल की लड़की ने कहा कि 12 साल की उम्र में ही उसकी शादी कर दी गई थी। वहां से भागकर जब घर पहुंची तो घरवाले ने खूब पिटाई की। वह पढ़ना चाहती थी।
- कई लड़कियों की कहानी भी कमोबेश ऐसी ही थी। किसी को उसका दोस्त बहका कर ले गया तो किसी के हालत का फायदा उठाकर उन्हें या तो बेच दिया गया या जबरन गलत कामों में फंसा दिया गया।
- सफलता नहीं मिली तो दिल्ली चली गई। इन सभी लड़कियों को सीडब्ल्यूसी की सदस्य मीरा मिश्रा ने तत्काल प्रेमाश्रय नाम जगह में ठहरने के लिए भेजा है। इनके घरवालों से संपर्क किया जा रहा है।
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