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धार जिले के धामनोद संवाददाता (स्वनराज एक्सेप्रैस न्यूंज चैनल) सुनील उपाध्या य पर स्थादनीय भाजपा नेता रविराज वर्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर जानलेवा हमला किया। इसके पूर्व सुनील उपाध्यािय को रविराज वर्मा ने फोन पर अश्लीनल गालियां देकर जान से मारने, हाथ पैर तोडने की धमकी दी थी। जिसे सुनील उपाध्या य ने रिकार्ड किया था। सुनील उपाध्यासय ने धामनोद थाने में जब शिकायत की तो थाना प्रभारी दिनेश सिंह चौहान ने एफआईआर करने से साफ मना कर दिया। जिस पर स्थाथनीय पत्रकारों ने धार पुलिस कप्ताेन राजेश हिंगणकर से शिकायत की।
तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें 294,506 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। जबकि फोन पर धमकाने की धारा 507 नहीं लगाई गई। जब सुनील उपाध्याुय एफआईआर दर्ज कराके जा रहे थे, तभी टीआई दिनेश चौहान ने भाजपा नेता रविराज वर्मा को उसके विरूद्ध सुनील उपाध्याेय द्वारा एफआईआर करवाने की खबर दे दी गई। गुस्से में तमतमाए भाजपा नेता रविराज वर्मा ने रास्ते में ही सुनील उपाध्याीय को रोककर अपने साथियों के साथ जानलेवा हमला कर दिया। सुनील उपाध्याेय को स्थासनीय अस्पगताल ले जाया गया जहां से प्रीएमएलसी बनाकर थाने को सूचित किया गया। सुनील को सिर में व शरीर के अन्यं भागों में काफी गंभीर चोटें हैं। स्थिति काफी नाजुक थी और डॉक्टोरों ने उन्हेंं इंदौर के एमवाय हास्पिटल रेफर कर दिया। जहां वो गंभीर हालत में भर्ती हैं।
प्रीएमएलसी होने के बावजूद और हालात गंभीर होने के बावजूद टीआई दिनेश सिंह चौहान ने साधारण धाराओं 506, 294, 323 के अंतर्गत फिर एक मुकदमा दर्ज कर भाजपा नेता को दोनों प्रकरणों में जमानत दे दी। आज 23 जुलाई 2016 को धार एसपी राजेश हिंगणकर को आइसना के प्रदेश अध्य क्ष श्री अवधेश भार्गव द्वारा फोन पर चर्चा कर सुनील की स्थिति एवं प्रकरण की गंभीरता के बारे में अवगत कराया। क्योंाकी यह जानलेवा एवं सुनियोजित हमला था अत भादवि की धारा 307 एवं 120बी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। एसपी ने कहा की एमएलसी रिपोर्ट मिलने के बाद धाराएं बडा दी जाएगी। किंतु टीआई के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इंकार किया। जबकि इस झगडे और हमले की वजह ही टीआई दिनेश चौहान और रविराज वर्मा की मिलीभगत की खबर सुनील उपाध्याेय ने चैनल में भेजी थी।
श्री अवधेश भार्गव ने प्रशासन एवं गृहमंत्री से मांग की, कि यदि 30 जुलाई तक धामनौद टीआई दिनेश सिंह चौहान को सस्पेंरड नहीं किया गया और मुकदमें को धारा 307 में परिवर्तित नहीं किया गया तो भोपाल में गृहमंत्री और धार में एसपी का आइसना के मध्यमप्रदेश के कौने कौने से पत्रकार साथी घेराव करेंगे। श्री भार्गव ने आगे कहा की पत्रकारों पर हमले की घटनाएं उन पर लचर कार्रवाई पुलिस की मिलीभगत और सुस्तीभ के कारण ही होती है। उन्होमनें पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि वो मालिक बनकर नहीं जनता का सेवक बनकर कार्य करें।
आइसना प्रदेश महासचिव विनय डेविड ने प्रदेश के पत्रकारों को कमरकस आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया, वक्त पर सुनवाई नही किये जाने पर पत्रकारों को आदोलन की राह पकडनी होगी
श्री अवधेश भार्गव, प्रांतीय अध्यक्ष, आइसना |
तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें 294,506 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। जबकि फोन पर धमकाने की धारा 507 नहीं लगाई गई। जब सुनील उपाध्याुय एफआईआर दर्ज कराके जा रहे थे, तभी टीआई दिनेश चौहान ने भाजपा नेता रविराज वर्मा को उसके विरूद्ध सुनील उपाध्याेय द्वारा एफआईआर करवाने की खबर दे दी गई। गुस्से में तमतमाए भाजपा नेता रविराज वर्मा ने रास्ते में ही सुनील उपाध्याीय को रोककर अपने साथियों के साथ जानलेवा हमला कर दिया। सुनील उपाध्याेय को स्थासनीय अस्पगताल ले जाया गया जहां से प्रीएमएलसी बनाकर थाने को सूचित किया गया। सुनील को सिर में व शरीर के अन्यं भागों में काफी गंभीर चोटें हैं। स्थिति काफी नाजुक थी और डॉक्टोरों ने उन्हेंं इंदौर के एमवाय हास्पिटल रेफर कर दिया। जहां वो गंभीर हालत में भर्ती हैं।
प्रीएमएलसी होने के बावजूद और हालात गंभीर होने के बावजूद टीआई दिनेश सिंह चौहान ने साधारण धाराओं 506, 294, 323 के अंतर्गत फिर एक मुकदमा दर्ज कर भाजपा नेता को दोनों प्रकरणों में जमानत दे दी। आज 23 जुलाई 2016 को धार एसपी राजेश हिंगणकर को आइसना के प्रदेश अध्य क्ष श्री अवधेश भार्गव द्वारा फोन पर चर्चा कर सुनील की स्थिति एवं प्रकरण की गंभीरता के बारे में अवगत कराया। क्योंाकी यह जानलेवा एवं सुनियोजित हमला था अत भादवि की धारा 307 एवं 120बी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई। एसपी ने कहा की एमएलसी रिपोर्ट मिलने के बाद धाराएं बडा दी जाएगी। किंतु टीआई के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इंकार किया। जबकि इस झगडे और हमले की वजह ही टीआई दिनेश चौहान और रविराज वर्मा की मिलीभगत की खबर सुनील उपाध्याेय ने चैनल में भेजी थी।
श्री अवधेश भार्गव ने प्रशासन एवं गृहमंत्री से मांग की, कि यदि 30 जुलाई तक धामनौद टीआई दिनेश सिंह चौहान को सस्पेंरड नहीं किया गया और मुकदमें को धारा 307 में परिवर्तित नहीं किया गया तो भोपाल में गृहमंत्री और धार में एसपी का आइसना के मध्यमप्रदेश के कौने कौने से पत्रकार साथी घेराव करेंगे। श्री भार्गव ने आगे कहा की पत्रकारों पर हमले की घटनाएं उन पर लचर कार्रवाई पुलिस की मिलीभगत और सुस्तीभ के कारण ही होती है। उन्होमनें पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी है कि वो मालिक बनकर नहीं जनता का सेवक बनकर कार्य करें।
आइसना प्रदेश महासचिव विनय डेविड ने प्रदेश के पत्रकारों को कमरकस आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया, वक्त पर सुनवाई नही किये जाने पर पत्रकारों को आदोलन की राह पकडनी होगी
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