Toc news
रतलाम. मंगलवार को ऐसे मामले सामने आए, जो साबित करते हैं मानवीयता मर गई है। एक मां को अपने मासूम की जान बचाने के लिए 10 किमी पैदल चलना पड़ा। मजबूर मां को देख तो सब रहे थे पर दिल किसी का नहीं पसीजा। आखिर बच्चे की जान चली गई।
जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर गांव गांगाखेड़ी की अयोध्या बाई अपने सात साल के बीमार बेटे रोहन के इलाज के लिए उसे कंधे पर उठाकर 10 किमी पैदल चल रतलाम के बाल चिकित्सालय पहुंची। उसने रास्ते में कई लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। चार घंटे तक पैदल चलकर जब वह रतलाम के बाल चिकित्सालय पहुंची तो यहां भी उसे समय पर इलाज नहीं मिला। अंतत: बच्चे ने दम तोड़ दिया। महिला का आरोप है कि नर्सों ने डॉक्टर को समय पर नहीं बुलाया इसलिए उसके बच्चे की मौत हो गई। रोहन को सुबह बुखार आया और झटके आने लगे थे।
No comments:
Post a Comment