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नई दिल्ली : टीवी पर विज्ञापनों में बाबा रामदेव जो दावे करते हैं वो एक के बाद एक झूठे निकल रहे हैं. न तो बाबा का दंतमंजन सब से ज्यादा है न फ्रूट जूस के बारे में किए गए दावे सही हैं. विज्ञापनों में किए गए दावे कितने झूठे हैं इसका अंदाजा संसद में दिए गए बयान सो लगाया जा सकता है. बाबा को मिलीं सरकार को मिली 33 शिकायतों में से 25 सही निकली हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने लोकसभा में बताया कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के विज्ञापनों को लेकर उनके पास 33 शिकायतें मिली हैं। इनमे से पाया गया है कि 25 शिकायतों में नियमों का उल्लंघन किया गया है। गौरतलब है कि टेलीविज़न चैनलों को विज्ञापन देने के मामले में पतंजलि सबसे आगे है। शायद इसीलिए मीडिया ने इस मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया.
उपभोक्ता मामलों के विभाग ने पाया कि 21 में से 17 विज्ञापनों में एडवरटाइजिंग काउंसिल ऑफ़ इंडिया के नियमों तो तोडा गया है। विज्ञापन में ASCI के नियम तोड़ने वालों पर FSSAI कार्रवाई करता है।
इससे पहले एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने अब पतंजलि आयुर्वेद के उत्पाद ‘दंतकांति’ को उनका सबसे ज्यादा बिकने वाला उत्पाद तो बताया लेकिन साथ ही यह भी साफ किया कि उसके विज्ञापन पूरी तरह से भ्रामक हैं। उनके मुताबिक एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ने पतंजलि के सरसों तेल, फ्रूट जूस और पशु चारे के विज्ञापनों को भी गलत पाया है।
नई दिल्ली : टीवी पर विज्ञापनों में बाबा रामदेव जो दावे करते हैं वो एक के बाद एक झूठे निकल रहे हैं. न तो बाबा का दंतमंजन सब से ज्यादा है न फ्रूट जूस के बारे में किए गए दावे सही हैं. विज्ञापनों में किए गए दावे कितने झूठे हैं इसका अंदाजा संसद में दिए गए बयान सो लगाया जा सकता है. बाबा को मिलीं सरकार को मिली 33 शिकायतों में से 25 सही निकली हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने लोकसभा में बताया कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के विज्ञापनों को लेकर उनके पास 33 शिकायतें मिली हैं। इनमे से पाया गया है कि 25 शिकायतों में नियमों का उल्लंघन किया गया है। गौरतलब है कि टेलीविज़न चैनलों को विज्ञापन देने के मामले में पतंजलि सबसे आगे है। शायद इसीलिए मीडिया ने इस मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया.
उपभोक्ता मामलों के विभाग ने पाया कि 21 में से 17 विज्ञापनों में एडवरटाइजिंग काउंसिल ऑफ़ इंडिया के नियमों तो तोडा गया है। विज्ञापन में ASCI के नियम तोड़ने वालों पर FSSAI कार्रवाई करता है।
इससे पहले एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (एएससीआई) ने अब पतंजलि आयुर्वेद के उत्पाद ‘दंतकांति’ को उनका सबसे ज्यादा बिकने वाला उत्पाद तो बताया लेकिन साथ ही यह भी साफ किया कि उसके विज्ञापन पूरी तरह से भ्रामक हैं। उनके मुताबिक एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ने पतंजलि के सरसों तेल, फ्रूट जूस और पशु चारे के विज्ञापनों को भी गलत पाया है।
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