भोपाल। शहर में अवैध निर्माण के खिलाफ नगर निगम ने मंगलवार को फिर बड़ी कार्रवाई की। होशंगाबाद रोड पर आईपीएस स्कूल के पास नाले के किनारे बनी छह मंजिला अवैध बिल्डिंग को पोकलेन मशीन की सहायता से तोड़ दिया गया। इस इलाके में बनी अन्य छह मंजिला इमारतें और दीगर अवैध निर्माण भी निगम के निशाने पर हैं।
बिल्डिंग को पूरी तरह धराशायी करने के लिए डायनामाइट का ब्लास्ट करने की तैयारी चल रही है। मौके पर मौजूद अपर आयुक्त एमपी सिंह और सिटी प्लानर सुनीता सिंह ने एक्सप्लोसिव एक्सपर्ट शरद सरवटे से संपर्क किया। उनके विदेश दौरे पर होने के कारण सरवटे के सहयोगी महेश पाटीदार ने अफसरों से मुलाकात की। अब ब्लास्ट की अनुमति की प्रक्रिया शुरू की गई है।
सरपंच की अनुमति पर तन गई बिल्डिंग
फरवरी 2014 से पहले तक यह क्षेत्र छान ग्राम पंचायत का हिस्सा था। बिल्डर पराग मेहता और आलोक मेहता ने झरनेश्वर को ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी की मधुवन विहार काॅलोनी में सरपंच रामप्यारी बाई के हस्ताक्षर की अनुमति के आधार पर यह बिल्डिंग बना दी। जबकि इसके लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से अनुमति लेना थी। इसके अलावा यहां टीएंडसीपी के अप्रूव्ड लेआउट के विपरीत रहवासी प्लाॅट्स पर भी दुकानें आदि बनाई गईं हैं। इस काॅलोनी के 18 प्लाॅट पर बने भवनों को निगम ने नोटिस दिया था। इसके अलावा आसपास के क्षेत्र में अन्य छह मंजिला भवन भी बने हुए हैं। निगम ने इन्हें भी नोटिस दिया है।
...तो समय मांगने लगे
नगर निगम पिछले दो महीने से इस क्षेत्र के लोगों को नोटिस दे रहा था, लेकिन बिल्डर मेहता और अन्य ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। मंगलवार को जब निगम अमला पहुंचा तो बिल्डर ने तर्क दिया कि उनके पास सभी अनुमतियां हैं। लेकिन वे दस्तावेज नहीं दिखा सके। इसी सोसायटी में रहवासी प्लाट पर दुकान बनाने वाले लोग समय मांगने लगे। लेकिन अफसरों ने इनकार कर दिया।
नगर निगम पिछले दो महीने से इस क्षेत्र के लोगों को नोटिस दे रहा था, लेकिन बिल्डर मेहता और अन्य ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। मंगलवार को जब निगम अमला पहुंचा तो बिल्डर ने तर्क दिया कि उनके पास सभी अनुमतियां हैं। लेकिन वे दस्तावेज नहीं दिखा सके। इसी सोसायटी में रहवासी प्लाट पर दुकान बनाने वाले लोग समय मांगने लगे। लेकिन अफसरों ने इनकार कर दिया।
सिटी प्लानर सुनीता सिंह ने कहा कि इस पूरे क्षेत्र में अभियान चला कर अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई होगी।
भारी बारिश में भर गया था पानी
9 जुलाई को शहर में तेेज बारिश के दौरान इस क्षेत्र में पानी भर गया था। देर रात निगमायुक्त छवि भारद्वाज यहां पहुंची थीं, उस समय एक दीवार तोड़कर पानी निकाला गया। उसी समय अफसरों ने यहां नाले के किनारे बनी इस बिल्डिंग को चिह्नित किया था। अगले दिन महापौर आलोक शर्मा ने पूरे शहर में नालों पर हुए अवैध निर्माण तोड़ने के निर्देश दिए गए। उसके बाद निगम ने इन्हें नोटिस जारी किए थे।
9 जुलाई को शहर में तेेज बारिश के दौरान इस क्षेत्र में पानी भर गया था। देर रात निगमायुक्त छवि भारद्वाज यहां पहुंची थीं, उस समय एक दीवार तोड़कर पानी निकाला गया। उसी समय अफसरों ने यहां नाले के किनारे बनी इस बिल्डिंग को चिह्नित किया था। अगले दिन महापौर आलोक शर्मा ने पूरे शहर में नालों पर हुए अवैध निर्माण तोड़ने के निर्देश दिए गए। उसके बाद निगम ने इन्हें नोटिस जारी किए थे।
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