सिटी चीफ // आनंद कुमार नेमा (नरसिंहपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
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नरसिंहपुर ।महिला की आग से मौत
परिवार के छोटे-छोटे विवाद कब बड़ा रूप धारण कर लिया कहा नहीं जा सकता। बिना सोचे समझे जरा सी बात पर उठाये गये कदम से दो परिवार बर्बाद हो जाते है जिसका उदाहरण बीते दिवस ग्राम तिंदनी में देखने को मिला। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से लगभग ७ किलोमीटर दूर स्थित ठेमी थाना अंतर्गत ग्राम तिंदनी निवासी यशोदा बाई पति दुर्जन सिंह कोरी ३० वर्ष ने शुक्रवार की रात्रि लगभग ८ बजे अपने ऊपर ५ लीटर कैरोसिन डालकर आग लगा ली। महिला को गंभीर अवस्था में देर रात्रि जिला चिकित्सालय में इलाज हेतु लाया गया। जहां उपचार के दौरान शनिवार को दोपहर ३ बजे महिला यशोदा बाई की मौत हो गयी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। शाम हो जाने के कारण महिला के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया जो आज रविवार को किया जायेगा।
मनहारी का कार्य करती थी यशोदा
बम्होरी निवासी यशोदा की शादी की १२ वर्ष पूर्व ग्राम तिंदनी के दुर्जन सिंह कोरी के साथ हुई थी। उसके दो बच्चे एक लडक़ा एवं एक लडक़ी है। आर्थिक स्थिति दयनीय होने के कारण दुर्जन सिंह दैनिक मजदूरी का कार्य करता था वहीं महिला यशोदा बाई आसपास के ग्रामों में चूड़ी बेचने का कार्य कर परिवार का भरण-पोषण करती थी। परिजनों ने दी गलत जानकारी आग से जली महिला को इलाज हेतु जिला चिकित्सालय लाये परिजनों ने अस्पताल पुलिस चौकी में गलत जानकारी देते हुए बताया कि यशोदा बाई घर में खाना बना रही थी तभी वहां रखी चिमनी भभक जाने के कारण उसके कपड़ों में आग लग गयी और वह बुरी तरह जल गयी, लेकिन इस झूठ का खुलासा तब हुआ जब महिला के बयान कलमबद्ध किये गये। उकसाने पर लगायी थी आग
यशोदा के जलने की खबर लगते ही जिला चिकित्सालय पहुंचे उसके पिता केहर सिंह ने हरिभूमि को बताया कि यशोदा ने मृत्यु पूर्व जो बयान दिये थे उसमें कहा था कि उसके चाचा ससुर के उकसाने पर कैरोसिन डालकर आग लगा ली। केहर सिंह के अनुसार यशोदा का चाचा ससुर से १५-२० दिन पूर्व से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था और उनके बीच रोज नोक-झोंक होती रहती थी। घटना के पूर्व चाचा ससुर ने यशोदा से कहा था कि यदि तुम असली केहर सिंह की बेटी हो तो मर के दिखाओं इस बात से यशोदा आवेश में आ गयी और उसने घर में रखी ५ लीटर से भरी कैरोसिन की कुप्पी अपने शरीर पर डालकर आग लगा ली जिससे उसकी मौत हो गयी। केहर सिंह का इस संबंध में कहना था कि उसे न्याय मिलना चाहिए। दूसरी ओर यशोदा के पति दुर्जन का कहना था कि जिस वक्त घटना हुई उस वक्त वह घर में नहीं था जानकारी मिलने पर घर पहुंचा। घटना के संबंध में कहना था कि उसकी पत्नि के और काका के बीच लम्बे समय से विवाद चल रहा था।
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