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भोपाल . मध्य प्रदेश की वीआईपी सीट भोपाल से कांग्रेस द्वारा दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बीजेपी में उथल-पुथल शुरू हो गई है। जहां एक ओर इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लड़ाए जाने की अटकलें हैं, वहीं उनके बयान ने भी सियासी सुगबुगाहट तेज कर दी है।
तीन दशक से बीजेपी के किले के रूप में तब्दील इस संसदीय सीट को बनाए रखने लिए पार्टी ने अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करना शुरू कर दिया है। भोपाल में मीडिया से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह पर चुटकी लेते हुए शिवराज ने यह भी कहा कि वह तो बंटाधार करने वाले नेता रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवराज से पत्रकारों ने पूछा कि दिग्विजय सिंह को वह कितना मजबूत कैंडिडेट मानते हैं, जो 16 साल बाद राजनीति में सीधे तौर पर उतर रहे हैं। इस पर शिवराज ने जवाब दिया, 'बंटाधार रिटर्न हैं।' दिग्विजय के खिलाफ अपनी उम्मीदवारी के सवाल पर शिवराज ने साफ-साफ जवाब न देते हुए कहा कि इस बारे में पार्टी जो सोचेगी उसके बाद निर्णय किया जाएगा।
विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों में हार मिलने के बाद बीजेपी अब कोई मौका छोड़ने को तैयार नहीं है। बीजेपी के रणनीतिकार इस तथ्य को भी बखूबी समझ रहे हैं कि भोपाल की 8 विधानसभा सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर 2018 में एक लाख से भी कम था जो कि 1989 के बाद से दूसरी बार हुआ है।
ऐसे में भोपाल सीट से दिग्विजय के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारने के लिए बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर चर्चा कर रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा, 'दिग्विजय सिंह के लिए भोपाल जीतना चुनौती है, कांग्रेस भी मानती है कि वह नहीं जीत सकते। यह कांग्रेस का गुटीय संघर्ष है और बीजेपी अपनी पूरी ताकत से लड़ेगी।'
हालांकि व्यक्तिरूप से बीजेपी नेता मानते हैं कि यह चिंता का कारण है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'पूरा राज्य दिग्विजय सिंह के भोपाल से चुनाव लड़ने को लेकर काफी प्रभावित है। यहां की मीडिया उन्हें सुबह से लेकर रात तक कवर करेगी।' बीजेपी की तरफ से इस सीट से संभावित उम्मीदवारों में दो लोगों का नाम है- भोपाल के मेयर आलोक शर्मा और प्रदेश बीजेपी महासचिव वीडी शर्मा।
विधानसभा चुनावों में तीन राज्यों में हार मिलने के बाद बीजेपी अब कोई मौका छोड़ने को तैयार नहीं है। बीजेपी के रणनीतिकार इस तथ्य को भी बखूबी समझ रहे हैं कि भोपाल की 8 विधानसभा सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर 2018 में एक लाख से भी कम था जो कि 1989 के बाद से दूसरी बार हुआ है।
ऐसे में भोपाल सीट से दिग्विजय के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारने के लिए बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पर चर्चा कर रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा, 'दिग्विजय सिंह के लिए भोपाल जीतना चुनौती है, कांग्रेस भी मानती है कि वह नहीं जीत सकते। यह कांग्रेस का गुटीय संघर्ष है और बीजेपी अपनी पूरी ताकत से लड़ेगी।'
हालांकि व्यक्तिरूप से बीजेपी नेता मानते हैं कि यह चिंता का कारण है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'पूरा राज्य दिग्विजय सिंह के भोपाल से चुनाव लड़ने को लेकर काफी प्रभावित है। यहां की मीडिया उन्हें सुबह से लेकर रात तक कवर करेगी।' बीजेपी की तरफ से इस सीट से संभावित उम्मीदवारों में दो लोगों का नाम है- भोपाल के मेयर आलोक शर्मा और प्रदेश बीजेपी महासचिव वीडी शर्मा।
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